लाइव हिंदी खबर :-हिन्दू धर्म में सोमवार को भगवान शिव का दिन माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भोलेनाथ के नाम का व्रत करने और उनकी पूजा करने से वे प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए इसदिन लोग सुबह जल्दी उठकर मंदिर जाते हैं, शिवलिंग पूजा करते हैं और पूरे दिन शास्त्रीय नियमों का पालन करते हुए व्रत करते हैं। यदि आप भी प्रत्येक सोमवार व्रत करते हैं तो इसदिन शिवजी के एपूजा करते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखें।
शिव पूजा के नियम
शिव पूजा में कई चीजों का इस्तेमाल होता है जैसे कि भांग, धतूरा, बेलपत्र, चन्दन, अक्षत (चावल), आदि। लेकिन एक चीज है जिसे शिवलिंग पूजा के दौरान वर्जित माना गया है। मान्यता है कि इसके इस्तेमाल से भगवान शिव क्रोधित हो जाते हैं। ये चीज है हल्दी।
हल्दी को हिन्दू धर्म में पूजा करते समय कई बार इस्तेमाल में लाया जाता है। इसे पवित्र वस्तु माना गया है। पूजा के अलावा सेहत संबंधी कारणों से भी इसका काफी इस्तेमाल होता है। लेकिन शिव पूजा के दौरान गलती से भी इसका उपयोग किया जाना महापाप माना गया है।
क्यों नहीं होता हल्दी का इस्तेमाल?
शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव की पूजा करते समय हल्दी का उपयोग वर्जित है। इसके पीछे एक कठोर कारण है जिसके अनुसार हल्दी स्त्रियों के लिए सौन्दर्यता बढ़ाने का काम करती है। इसमें सौंदर्य निखारने की काबिलियत होती हैं। इसलिए इसे स्त्री सामित्व की माना जाता है। परंतु शिव पुरुष सामित्व के होते हैं। और अगर ऐसे में उन्हें स्त्री सामित्व की हल्दी चढ़ा दी जाए तो वे नाराज हो जाते हैं। यही कारण है कि शिव पूजा में हल्दी का उपयोग सख्त मना है।