लाइव हिंदी खबर :- भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने मालेगांव में एक बड़े जन्म प्रमाणपत्र घोटाले का खुलासा किया है। उन्होंने शनिवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नगर निगम के रिकॉर्ड में जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्रों के नाम पर भारी गड़बड़ी सामने आई है। सोमैया ने बताया कि जांच के दौरान कुल 32273 आवेदन पाए गए, जिनमें से 3977 आवेदन रद्द कर दिए गए हैं।

इन रद्द आवेदनों में कई फर्जी प्रमाणपत्र जारी किए जाने के मामले दर्ज किए गए हैं। इस घोटाले से जुड़े अब तक 7 आपराधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं और कुल 811 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें 47 वकील भी शामिल हैं, जिनकी भूमिका जांच के घेरे में है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि यह घोटाला सुनियोजित तरीके से किया गया, जिसमें नगर निगम के कुछ अधिकारी, वकील और एजेंट शामिल थे।
उन्होंने कहा कि फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के जरिए कई लोगों ने सरकारी योजनाओं, नौकरियों और पहचान पत्रों का दुरुपयोग किया है। सोमैया ने राज्य सरकार से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सख्त सजा दी जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएगी और जनता के अधिकारों के साथ हो रहे इस भ्रष्टाचार को उजागर करती रहेगी।
मालेगांव पुलिस ने बताया कि जांच तेजी से जारी है और कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। कुछ नगर निगम अधिकारियों से पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क शहर के बाहर तक फैला हुआ है। इस खुलासे के बाद मालेगांव प्रशासन में हड़कंप मच गया है और नगर निगम ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है।