लाइव हिंदी खबर :- भारत सरकार ने बुधवार को बांग्लादेश के हाई कमिश्नर रियाज हमिदुल्लाह को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। यह कदम बांग्लादेश के एक राजनीतिक नेता द्वारा भारत के खिलाफ दिए गए भड़काऊ बयान के बाद उठाया गया है, जिसे भारत ने गंभीर सुरक्षा चिंता के रूप में लिया है।

सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में भारतीय उच्चायोग को एक धमकी मिली थी। हालांकि सरकार ने धमकी की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन इसे राजनयिक स्तर पर गंभीर मामला माना जा रहा है। इसी सिलसिले में भारत ने बांग्लादेश सरकार को औपचारिक रूप से अपनी आपत्ति से अवगत कराया।
यह घटनाक्रम बांग्लादेश की नेशनल सिटिजन पार्टी के नेता हसनत अब्दुल्लाह के बयान के एक दिन बाद सामने आया है। अब्दुल्लाह ने कथित तौर पर भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों, जिन्हें सात बहनें कहा जाता है, को अलग-थलग करने और अलगाववादी तत्वों को समर्थन या शरण देने जैसी धमकी दी थी। भारत ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना और द्विपक्षीय संबंधों के लिए नुकसानदायक बताया है।
भारत का मानना है कि इस तरह के बयान न केवल क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच वर्षों से चली आ रही सहयोग की भावना को भी नुकसान पहुंचाते हैं। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि भारत अपनी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े किसी भी मुद्दे पर समझौता नहीं करेगा।
फिलहाल भारत ने इसे एक औपचारिक कूटनीतिक आपत्ति के रूप में दर्ज कराया है। आगे कोई ठोस कार्रवाई होगी या नहीं, इस पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि यह संकेत जरूर दिया गया है कि भारत इस मामले पर कड़ी नजर बनाए हुए है और आवश्यकता पड़ने पर आगे के कदम भी उठा सकता है।