
लाइव हिंदी खबर :- वृहस्पतिवार को नई दिल्ली में नीति आयोग ने श्रीलंका की प्रधानमंत्री डॉ हरिनी निरेका अमारासुरिया का स्वागत किया। इस औपचारिक मुलाकात का मकसद दोनों देशों के बीच गहरे सहयोग को बढ़ावा देना और भारत की विकासात्मक पहलों से श्रीलंका को परिचित कराना था। बैठक में बुनियादी ढांचा, शिक्षा, पर्यटन, कौशल विकास और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों पर चर्चा हुई।

प्रधानमंत्री अमारासुरिया ने भारत की इन पहलों को अत्यंत सकारात्मक बताया और दोनों देशों के बीच साझा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के महत्व पर ज़ोर दिया। नीति आयोग ने भारत में लागू हुई नई तकनीकी और प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी साझा की, ताकि श्रीलंका भी अपने देश में इन्हें लागू कर सके। विशेष रूप से कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में भारत के अनुभवों को साझा करना बैठक का मुख्य एजेंडा था।
इसके अलावा पर्यटन और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में दोनों देशों के निवेश और साझेदारी के अवसरों पर भी चर्चा हुई। नीति आयोग ने इस अवसर पर कहा कि यह दौरा दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। दोनों पक्षों ने भविष्य में और अधिक सहयोग और संयुक्त परियोजनाओं पर काम करने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री अमारासुरिया ने भारत की प्रगति और विविध पहलुओं को सराहा और कहा कि यह अनुभव श्रीलंका के लिए भी मार्गदर्शक साबित होगा। इस मुलाकात के माध्यम से दोनों देशों के बीच आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक साझेदारी को नई गति मिलने की उम्मीद जताई गई है।