लाइव हिंदी खबर :-हिन्दू धर्म में हनुमान जी को बल एवं बुद्धि प्रदान करने वाले देवता के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि भक्त की भक्ति से प्रसन्न होकर हनुमान जी उसे बल और साहस देते हैं ताकि वे अपने शत्रुओं का डटकर सामना कर सके। हनुमान जी को भक्तों के दुःख हरने वाला भी कहा जाता है। लेकिन दुःख के साथ हनुमान जी भक्तों की टूटी हड्डियां जोड़ते हैं क्या आपने कभी सुना है?
चमत्कारी हनुमान मंदिर
सुनने में आश्चर्य होता है और यकीन करना भी असंभव ही है, लेकिन सच में एक ऐसी जगह है जहां हनुमान जी अपने भक्तों की टूटी हुई हड्डियों का इलाज करते हैं और उन्हें दवा देकर ठीक करते हैं। मध्य प्रदेश के कटनी से 35 कि.मी. की दूरी पर स्थित है हनुमान जी का ऐसा मंदिर जहां लोग अपने शरीर की टूटी हड्डियों का इलाज कराने जाते हैं।
मंगलवार और शनिवार को उमड़ती है भीड़
यह कोई अस्पताल नहीं बल्कि मंदिर ही है। जिस तरह किसी ओर्थोपेडिक्स सर्जन के यहां टूटी हड्डियां जुड़वाने के लिए मरीजों की भीड़ लगती है, ठीक इसी तरह इस मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ती है। सप्ताह में प्रत्येक मंगलवार और शनिवार यहां पांव तक रखने की जगह नहीं मिलती है।
इस तरह होता है इलाज
मंदिर में कभी स्ट्रेचर पर तो कभी सहारे से पीड़ितों को लाया जाता है। उनके साथ आए परिवार वालों को मंदिर के पुरोहित हनुमान जी की मूर्ती के सामने बिठाते हैं। सभी को आंखें बंद कर ‘जय श्री राम’ की जाप करने को कहा जाता है। इसके बाद पीड़ित के मुंह में दवा डाली जाती है और उसे चबाकर खाने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि इस दवा में हनुमान जी का आशीर्वाद होता है जिसके चलते पीड़ित जल्द से जल्द ठीक हो जाता है।
बड़ी है मान्यता
मंगलवार और शनिवार दोनों हनुमान जी की उपासना के दिन माने जाते हैं जिसके चलते इन दोनों दिन मंदिर में भक्तों की बड़ी भीड़ देखने को मिलती है। मान्यता है कि इन दोनों दिन दी गई औषधि ज्यादा असरकारी होती है। यही कारण है कि इन दो दिन हजारों की तादाद में लोग यहां पहुंचते हैं।