लाइव हिंदी खबर :-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी जातक का मंगल अच्छा हो तो वह स्वभाव से निडर होता है। वहीं अगर कुंडली में मंगल की दशा खराब हो तो जीवन में कई कठिनाइयां आती है। माना जाता है कि अगर कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में हो तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
दरअसल, मंगल ग्रह ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, शौर्य का कारक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त हैं। माना जाता है कि अगर कुछ खास उपाय किया जाए तो मंगल बड़ी से बड़ी समस्याओं को दूर कर सकता है। आइये जानते हैं कि मंगल ग्रह किन समस्याओं को दूर कर सकता है..
कर्ज की समस्या
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली में अगर मंगल ग्रह पीड़ित है, तो ऐसे लोग कर्ज की समस्या से परेशान रहते हैं। अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन सुबह के समय लाल चंदन में गंगाजल मिला लें और एक चौकोर भोजपत्र पर मंगल देव के 21 नामों को लिखें। इसके बाद इस भोज पत्र को घर के मंदिर में रख दें और हर दिन धूप दिखाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से आप अपनी समस्या से धीरे-धीरे बाहर आ जाएंगे।
मांगलिक
अगर मंगल आपकी लग्न कुंडली में /चतुर्थ /सप्तम /अष्टम या 12वें भाव में है तो आप मांगलिक है। माना जाता है ऐसे लोगों को मंगल ग्रह कभी भी शुभ परिणाम नहीं दे पाता है।माना जाता है कि ऐसे लोग क्रोध बहुत अधिक करते है और जल्दबाजी में अपना काम खुद बिगाड़ लेते हैं। ज्योतिष के अनुसार, मांगलिक दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए हर दिन सुबह के समय पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके हनुमान चालीसा का 5 बार पाठ करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से कार्य बनने लगते हैं और क्रोध भी कम होता है।
साहस की कमी
अगर कुंडली मे मंगल कमजोर है तो साहस की कमी के साथ साथ रिश्तों की समस्या भी होती है। ज्योतिष के अनुसार, ऐसे लोगों के सबसे पहले अपने भाइयों से संबंध मधुर बनाने चाहिए। इसके अलावे मंगलवार के दिन दोपहर में मीठा भोजन जरूरतमंद को दान करना चाहिए। इसके अवाला किसी विद्वान पंडित से सलाह भी लेना चाहिए।
जमीन जायदाद का विवाद
ज्योतिष के अनुसार, मंगल ग्रह के नीच राशि में होने से भूमि भवन से संबंधित वाद विवाद हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए शुक्ल पक्ष के मंगलवार के दिन सूर्य उदय के समय तांबे की धातु का बना हुआ शुद्ध मंगल यंत्र अपने घर की दक्षिण दिशा में स्थापित करें और पूजन करें। इसके बाद ऊँ भौमाय नमः मंत्र का 108 बार हर दिन जाप करें। माना जाता है कि ऐसा करने से इस समस्या का समाधान हो जाता है।