लाइव हिंदी खबर :- मुंबई में करवा चौथ के अवसर पर महिलाएं भक्ति और श्रद्धा के साथ व्रत करती नजर आईं। शहर के विभिन्न हिस्सों में महिलाएं सुबह से ही व्रत रखकर भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा में व्यस्त रहीं। शाम को चाँद निकलते ही उन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार व्रत तोड़ा।

महिलाओं ने सज-धज कर मंडपों और घरों में पूजा-अर्चना की। व्रतियों ने अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना की। कई महिलाएं अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर व्रत कथा सुनती और करवा चौथ की पारंपरिक रस्में निभाती दिखीं। मुंबई के विभिन्न इलाकों में महिलाएं चाँद देखकर अपने व्रत को समाप्त करने के बाद साथ में पकवान और मिठाई का आनंद लिया। इस अवसर पर महिलाएं अपनी परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर का उल्लासपूर्वक पालन करती रहीं।
सांस्कृतिक विशेषज्ञों का कहना है कि करवा चौथ व्रत न केवल पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है, बल्कि यह भारतीय परंपरा और महिलाओं की सामाजिक भागीदारी का प्रतीक भी है। मुंबई में इस वर्ष भी महिलाएं उत्साह और श्रद्धा के साथ यह पर्व मना रही थीं।
पारिवारिक आयोजनों और सामूहिक पूजा के माध्यम से करवा चौथ ने महिलाओं के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को मजबूत किया। इस अवसर पर महिलाएं अपने पति के साथ सुख-शांति और परिवार की खुशहाली की कामना करती रहीं। मुंबई के मंदिरों और पूजा स्थलों पर सुरक्षा और व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखा गया। शहर की महिलाएं इस अवसर पर परंपराओं को जीवित रखते हुए खुशियों और उमंग के साथ व्रत का पालन करती रहीं।