लाइव हिंदी खबर :-साफ-सफाई के अलावा अगर घर में अच्छी सजावट और भरपूर रोशनी हो, तो यह भी शुभ माना जाता है। तो इस दिवाली अगर आप भी धन की देवी की कृपा पाना चाहते हैं तो घर की सजावट के दौरान कुछ वास्तु शास्त्र नियमों का खास ख्याल रखें।
शुरुआत करते हैं घर के प्रवेश द्वार से। इसी दिशा से घर में खुशियों का आगमन होता है। इसलिए दिवाली में एक बात का खास ख्याल रखें कि घर के मुस्ख द्वार के आसपास साफ-सफाई हुई हो और इस जगह को रंगोली से सजाएं।
रंगोली के रंग सकारात्मकता का प्रतीक होते हैं। इन रंगों के होने से घर के मुख्य द्वार से सकारात्मक ऊर्जा घर के भीतर आती है और घर-परिवार में सुख लाती है। रंगोली संभव ना हो तो घर के मुख दरवाजे पर सिन्दूर का उपयोग करते हुए मां लक्ष्मी के पद्म चिह्न या फिर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। यह भी शुभ माना जाता है।
घर का लिविंग एरिया
लिविंग एरिया में भरपूर रोशनी रखें। यह वह एरिया है जहां घर के सदस्य सबसे अधिक बैठते हैं, बातें करते हैं। इस जगह का सकारात्मक ऊर्जा से भरना जरूरी होता है। इस एरिया को हमेशा साफ रखें और यहां खुशबूदार फूलों और सुगन्धित चीजों को रखें।
किचन
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की किचन का वास्तु दोष रहित होना बेहद आवश्यक होता है। क्योंकि इस एरिया का संबंध सीधे तौर पर घर की महिला से होता है। इसलिए इस एरिया को साफ-सुथरा बनाए रखें। दिवाली की सजावट करते समय किचन में चमकदार रंग की लाइटों का इस्तेमाल करें।
बेडरूम
दिवाली की सजावट में अपने बेडरूम में नई पेंटिंग और तस्वीरों को लगाएं। ध्यान रहे इन पेंटिंग का दृश्य सकारात्मक झलक देने वाला हो। डरावनी या जंगली जानवरों की पेंटिंग को घर के किसी में स्थान पर ना लगाएं।
दिवाली के समय में बेडरूम में रात सोते समय भी छोटा बल्ब जरूर जलाए रखें। क्योंकि अँधेरे की जगह में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। बेडरूम में परफ्यूम का भी इस्तेमाल करें ताकि बेडरूम का वातावरण पॉजिटिव बना रहे।
कांटेदार पौधे
घर के बेडरूम या लिविंग एरिया में कांटेदार पौधों का इस्तेमाल बिलकुल ना करें। दिवाली के टाइम पर बाजार में ऐसे कई शो-पीज मिलते हैं जो नुकीले होते हैं। इन शो-पेज को खरीदने से बचें। बेडरूम और लिविंग एरिया में ऐसी ही चीजों का इस्तेमाल करें जो देखने में और इस्तेमाल करने में भी सकारात्मकता दे।