लाइव हिंदी खबर :- मुंबई में सार्वजनिक परिवहन को और बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए मोनोरेल की नई ट्रायल रन की शुरुआत की गई है| इसके साथ ही उन्नत तकनीक पर आधारित सीबीटीसी (कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल) सिग्नलिंग सिस्टम पर भी काम तेजी से चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार सीबीटीसी सिस्टम लागू होने के बाद मोनोरेल संचालन और अधिक सुरक्षित, सुगम और तेज हो जाएगा। यह तकनीक ट्रेन की लोकेशन स्पीड और दूरी को डिजिटल नेटवर्क के माध्यम से नियंत्रित करती है।

जिससे दुर्घटनाओं की संभावना न्यूनतम हो जाती है। इसके साथ ही ट्रेनों की समयबद्धता और क्षमता दोनों में सुधार होगा। मुंबई मोनोरेल परियोजना लंबे समय से चर्चा में रही है। शुरुआती चरणों में यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम रहने और तकनीकी दिक्कतों की वजह से इस पर सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि नई ट्रायल रन और आधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम से इस परियोजना को नई गति मिलेगी। सूत्र बताते हैं कि परीक्षा सफल रहने पर जल्द ही नियमित सेवाएं नए सिस्टम के साथ शुरू कर दिए जाएंगी।
इससे न केवल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा बड़ेगी, बल्कि मोनोरेल का उपयोग भी आकर्षक बनेगा। मुंबई जैसी घनी आबादी वाले महानगर में मोनोरेल एक सहायक परिवहन विकल्प साबित हो सकती है। मेट्रो और लोकल ट्रेनों के साथ मिलकर यह शहर की यातायात व्यवस्था को संतुलित करने में अहम भूमिका निभाएगी। नगर विकास विभाग और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में मोनोरेल को अधिक से अधिक यात्रियों के लिए एक भरोसेमंद और सुरक्षित साधन बनाया जाये।