लाइव हिंदी खबर :- वास्तु के हिसाब से कई पेड़-पौधे बेहद शुभ होते हैं और इनको घर में लगाने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं ये जान आप वाकई में हैरान रह जाएंगे। समय के साथ कई बदलाव देखने को मिले हैं, इनमें एक घर का छोटा होना भी शामिल है। खास तौर से शहरों में, जहां आंगन का अस्तित्व तो लगभग खत्म ही हो गया है, जहां बड़ों की बैठकी लगती थी, बच्चे खेलते थे और साथ ही हरे-भरे पेड़-पौधे भी आंगन की शोभा बढ़ाते थे। मगर इनका सिर्फ ये ही महत्व नहीं था, बल्कि इनसे घर की सुख-समृद्धि व संपन्नता भी जुड़ी होती थी। वास्तु के हिसाब से आइए आपको ऐसे पेड़-पौधों के बारे में बताते हैं, जो आपके घर के लिए बेहद लाभकारी हैं। अब भले ही घर में आंगन नहीं रहा, मगर शुक्र मनाइए बालकनी तो है।
तुलसी का पौधा-सबसे पहले शुरुआत तुलसी के पौधे से करते हैं, जो हर दूसरे भारतीय के घर में आपको मिल जाएगा। हिंदूू धर्म में इसे एक तरह से लक्ष्मी का दूसरा रूप माना गया है। सेहत के लिहाज से भी इसमें अद्भुत औषधीय गुण हैं। साथ ही तुलसी के पौधे के बारे में यह भी कहा जाता है कि यह घर में विपत्ति को आने से रोकता है और जिनको नहीं रोक पाता उसके संकेत देता है।
तुलसी का पौधा घर में उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। यह घर से निगेटिव एनर्जी को दूर रखता है। वहीं यह अपने चारों ओर 50 मीटर तक का वातावरण भी शुद्ध रखता है। मगर गलती से भी तुलसी के पौधे को दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि फिर यह आपको फायदे की जगह काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
बांस का पेड़-वास्तु में बांस के पेड़ को लेकर ऐसी मान्यताएं हैं कि इसे लगाने से आपकी तरक्की होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं घर की निगेटिव एनर्जी भी दूर होती है। बांस के पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह हर वातारण में तमाम मुश्किलों के बाद भी तेजी से बढ़ता है।
इसलिए इसे उन्नति, दीर्घ आयु और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। वहीं हिंदू धर्म के अनुसार भी बांस का घर में होना बेहद शुभ है। भगवान श्री कृष्ण हमेशा अपने पास बांस की बनी बांसुरी रखते थे। सभी शुभ अवसरों जैसे मुंडन, जनेउ व शादी आदि में बांस का जरूर उपयोग किया जाता है। इसे आप घर में कहीं भी लगा सकते हैं।
केले का पेड़-केला भी एक दिव्य गुणों से भरा पौधा है। यह एक फलदार पौधा होने के साथ ही घर में सुख और संपत्ति का संकेत भी देता है।
हिंदु धर्म के अनुसार केले के पौधे में भगवान विष्णु का वास होता है और जिन घरों में होता है उन घरों की यह आर्थिक स्थिति कभी खराब नहीं होने देता है। ईशान कोण की दिशा में इसे लगाया जाना शुभ्ा बताया गया है।
हल्दी का पौधा -तुलसी की तरह हल्दी भी वरदान प्राप्त पौधा है। यह गुणकारी और चमत्कारी है।
यह ऐसी चीज है जिसका हर चीज में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि पूजा, औषधी, आहार, सौन्दर्य प्रसाधन।
आंवले का पेड़-कहते हैं कि आंवले के पेड़ की पूजा करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसकी हर रोज पूजा करने से सारे पापों का नाश भी होता है।
इसे उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना अत्यंत लाभकारी माना गया है।
श्वेतार्क का पौधा-इसे गणपति का पौधा मानते हैं और यह दूध वाला होता है। अब वैसे तो वास्तु के हिसाब से ऐसे पौधों का घर के भीतर होना अशुभ होता है, मगर श्वेतार्क इस मामले में अपवाद है।
ऐसी भी मान्यता है कि जिसके घर के समीप यह पौधा फलता-फुलता है वहां हमेशा बरकत बनी रहती है।
अनार का पेड़-अनार भी एक गुणकारी पौधा है। वास्तु के अनुसार, यह ग्रह दोष को दूर करने और व्यक्ति को समृद्धि बनाने वाला है। घर में अनार का पेड़ होने से ग्रह दोषों से बचा जा सकता है।
परिजात का पौधा-परिजात के पौधे के बारे में शास्त्रों में कहा गया है कि यह समुद्रमंथन से निकला था। इसके फूूल को भगवान के चरणों में चढ़ाने से स्वर्ण दान का पुण्य मिलता है और इसके घर में होने से सारे देवी-देवताआें की कृपा बनी रहती है।
शमी का पेड़-शमी का पेड़ भी घर में होना शुभ माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में इसका संबंध शनि से जोड़ा गया है और शनि की कृपा पाने के लिए शमी का पेड़ लगाकर इसकी पूजा-उपासना की जाती है। घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर इस पौधे को लगाना शुभ बताया गया है। शमी के पेड़ के नीचे नियमित रूप से सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिक के प्रकोप से बचा जा सकता है और आपका स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहेगा।
गुड़हल का पौधा -गुड़हल का पौधा देखने में जितना खूबसूरत होता है, उतना ही लाभकारी भी होता है। कहा जाता है कि घर में इसे लगाने से कानून संबंधी सभी काम पूरे हो जाते हैं।