लाइव हिंदी खबर :- ज्योतिष में शनि को एक क्रूर ग्रह माना गया है। ज्योतिष में ये भी बताया गया है कि अगर कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में रहता है तो जातकों को इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं। अगर शनि कमजोर हुआ तो जीवन में उथल-पुथल मचा देता है।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, शनि अपनी राशि मकर में गोचर करेंगे। पहले से ही शनि की साढ़े साती का प्रभाव मकर और धनु राशि में चल रहा है। इसके अलावा कुछ अन्य राशियां भी शनि के घेरे में आने वाली हैं।
नए साल में किन राशि पर रहेगी शनि की साढ़े साती
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, नए साल में मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का कोई प्रभाव नहीं रहेगा। वहीं धनु राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का असर रहेगा। धनु राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण है।
वहीं, नए साल में कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का प्रथम चरण शुरू होने वाला है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, अगले कुछ सालों तक शनि कुंभ राशि में ही विराजमान रहेंगे।
शनि की साढ़े साती को शांत करने के उपाय
जिस जातक के ऊपर शनि की साढ़े साती का प्रभाव है उसे भोजन में ज्यादा से ज्यादा काले नमक और काली मिर्च का इस्तेमाल करना चाहिए।
शनिवार के दिन बंदरों को भुने हुए चने खिलाना चाहिए और मीठी रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाना चाहिए। इसके अलावा शनि की साढ़े साती के समय मांस-मंदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
शनि ग्रह को शांत करने के लिए रोजाना पूजा के समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए ‘ऊँ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
शनिवार के दिन उड़द की दाल का सेवन एक समय जरूर करना चाहिए और शनि मंदिर में तेल भी चढ़ाना चाहिए। साथ ही शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए।
जिसके ऊपर शनि की साढ़े साती का प्रभाव है उसे लोहे की अंगूठी मध्यमा उंगली में धारण करना चाहिए। शनिवार के दिन काले कपड़े पहनने चाहिए और जरूरतमंद लोगों को काले वस्त्रों का दान करना चाहिए
इन सबके अलावा हर शनिवार को वट और पीपल वृक्ष के नीचे सूर्योदय से पूर्व कड़वे तेल का दीपक जलाना चाहिए और कच्चा दूध व धूप जरूर अर्पित करना चाहिए।