लाइव हिंदी खबर :-शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए लोग हर तरह के उपाय करते हैं। कोई शनिदेव पर सरसों का तेल चढ़ाता है तो कोई काली चीजों का दान करता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के शुभ और अशुभ प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन पर पड़ते हैं। माना जाता है जब किसी ग्रह का अशुभ प्रभाव लगातार पड़ रहा हो तो कुछ आसान उपाय कर उन नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा पाया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि शनि जिस व्यक्ति पर अपनी क्रूर दृष्टि डाल दें वो व्यक्ति राजा से रंक बन जाता है।
माना जाता है कि शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या जिस राशि में लगती है, उस व्यक्ति के जीवन को बहुत प्रभावित करती है। प्रभाव बुरे भी हो सकते हैं और अच्छे भी। क्योंकि शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। कई बार हमने घर के बड़े-बुजुर्गों से सुना है कि पशु-पक्षी जीवन की परेशानियों को खत्म करने में मदद करते हैं।
गाय या कुत्ते को रोटी खिलाने से जीवन की मुश्किलें खत्म हो जाती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि कोई ग्रह अशुभ फल दे रहा है तो उस ग्रह को प्रतिनिध करने वाले पशु या पक्षी की सेवा करने से कुप्रभाव को कम किया जा सकता है। माना जाता है कि ऐसा करने से दुर्भाग्य भी दूर हो जाता है।
कहा जाता है कि शनि की महादशा के बुरे परिणाम उन लोगों को देखने को मिलते हैं, जिनकी कुंडली में शनि की स्थिति ठीक नहीं होती है। लेकिन जिन लोगों के कर्म अच्छे होते हैं और कुंडली में शनि की स्थिति ठीक होती है। उन्हें शनि की महादशा में बहुत शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
जैसा कि हम जान रहे हैं कि शनि मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। शनि के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। अगर आप शनि के दुष्प्रभावों से बचना चाहते हैं तो भैंस, काले कुत्ते और कौए को भोजन खिलाएं, ये आपके लिए लाभदायक हो सकता है।