लाइव हिंदी खबर :-हमेशा आलस्य होना, काम में मन न लगना, एकाग्रता का भंग होना आदि बातें अगर आपको भी बहुत परेशान करने लगी हैं तो ये भविष्य में आने वाली किसी बीमारी का स्नाकेट हो सकता है। इससे बचने के लिए सबसे आसान तरीका है सूर्य नमस्कार। सूर्य नमस्कार 12 योगासनों को मिलाकर बनाया गया है। सूर्य नमस्कार से खून का संचार दुरुस्त होता है एवं साथ ही दैनिक तनाव से भी छुटकारा मिल सकता है।
क्या हैं सूर्य नमस्कार के फायदे
1. सूर्य नमस्कार करने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। 12 आसनों के दौरान गहरी सांस लेनी होती है जिससे शरीर को फायदा मिलता है।
2. सूर्य नमस्कार के दौरान उदर के अंगों की स्ट्रेचिंग होती है जिससे पाचन तंत्र सुधरता है। जिन लोगों को कब्ज, अपच या पेट में जलन की शिकायत होती है, उन्हें हर सुबह खाली पेट सूर्य नमस्कार करना चाहिए।
3. आसनों से उदर की मांसपेशी मजबूत होती है। इसके अलावा यह मोटापे को भी कम करने में मदद करता है।
4. सूर्य नमस्कार के दौरान सांस खींचना और छोड़ने से फेंफड़े तक भरपूर हवा पहुंचती है। इससे खून तक ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है, जिससे शरीर में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड और बाकी जहरीली गैस से छुटकारा मिलता है।
5. सूर्य नमस्कार करने से याददाश्त बढ़ती है और यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जिन्हें घबराहट जैसी परेशानी होती है। सूर्य नमस्कार से एंडोक्राइन ग्लैंड्स खासकर थॉयरायड ग्लैंड की क्रिया नॉर्मल होती है।
6. सूर्य नमस्कार के आसन से पूरे शरीर का वर्कआउट होता है। इससे शरीर में लचीलापन आता है।
7. अगर किसी महिला को अनियमित मासिक चक्र की शिकायत है, तो सूर्य नमस्कार के आसन करने से परेशानी दूर होगी। इन आसनों को रेगुलर करने से बच्चे के जन्म के दौरान भी दर्द कम होता है।
ध्यान रहे – अगर आप किसी नदी किनारे या प्रकृति के बीच में रहकर रोजाना सूर्य नमस्कार करते हैं तो आपको इसका दोगुना फायदा होगा। इससे आपका ध्यान एकाग्रित होगा और आप शारीरिक कष्टों से निजात पा सकते हैं।