लाइव हिंदी खबर :- जलवायु कार्यकर्ता और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने उनकी (अपने पति की) बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि सोनम वांगचुक को अनुचित तरीके से हिरासत में रखा गया है और यह उनके मौलिक स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है।

सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने अदालत से अपील की है कि उनके पति को तुरंत रिहा किया जाए। सोनम वांगचुक जो लद्दाख के लिए लंबे समय से पर्यावरण संरक्षण, हिमालयी पारिस्थितिकी और शिक्षा सुधारो पर काम कर रहे हैं। हाल के दिनों में सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे हैं।
उन्होंने विशेष रूप से लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने और क्षेत्र के पर्यावरण की रक्षा के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन चलाए। याचिका में यह भी कहा गया है कि वांगचुक की गिरफ्तारी न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि देश भर के उन लोगों के लिए भी चिंता का विषय है, जो शांतिपूर्ण तरीके से अपनी राय रखते हैं। सुप्रीम कोर्ट में इस पर जल्द ही सुनवाई होने की उम्मीद है।
इस मामले को लेकर देश भर के सामाजिक कार्यकर्ताओं, पर्यावरणविदों और नागरिक समाज संगठनों ने चिंता व्यक्त करते हुए वांगचुक की रिहाई की मांग की है। सोनम वांगचुक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खासी पहचान मिली है। वे लद्दाख में अभिनव शिक्षा पद्धति और आइस स्तूप तकनीक के लिए मशहूर हैं। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर उनके विचारों प्रयासों को कई वैश्विक मंचों पर सराहा गया है। अब देखना यह है कि सर्वोच्च न्यायालय इस मामले में क्या रुख अपनाता है। वांगचुक को जल्द से जल्द रिहाई मिल पाती है कि नहीं।