लाइव हिंदी खबर :- पाकिस्तान की अडियाला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर सोशल मीडिया पर मंगलवार रात अचानक मौत की अफवाहें फैल गईं। कई पोस्ट्स में दावा किया गया कि इमरान को किसी दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है या उनकी हालत बेहद खराब है। हालांकि इन दावों की न तो जेल प्रशासन और न ही सरकार की ओर से कोई पुष्टि की गई है।

इसी बीच इमरान खान की बहनें, अलीमा खान, नोरीन नियाज़ी और डॉ उज्मा खान ने आरोप लगाया कि एक साल से लगातार कोशिशों के बावजूद उन्हें अपने भाई से मिलने नहीं दिया जा रहा। जेल अधिकारी हर बार सुरक्षा कारणों का हवाला देकर मुलाकात से रोक देते हैं। मंगलवार रात तीनों बहनें इमरान समर्थकों के साथ जेल के बाहर धरने पर बैठ गईं। उनका कहना था कि वे सिर्फ यह देखना चाहती हैं कि इमरान खान ठीक हैं या नहीं।
इसी दौरान हालात बिगड़ गए और पंजाब पुलिस ने धरना स्थल पर बिजली बंद कर दी। नोरीन खान जो 71 साल की हैं, ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें बालों से पकड़कर सड़क पर घसीटा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई और कई पर लाठीचार्ज हुआ। विरोध में शामिल समर्थकों ने भी पुलिस पर बदसलूकी और बर्बरता का आरोप लगाया। दूसरी ओर पाकिस्तान सरकार पूरी तरह चुप है।
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों और परिवार की शिकायतों पर अब तक किसी अधिकारी या मंत्री द्वारा आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। इससे परिस्थिति को लेकर और भी अनिश्चितता बढ़ गई है। इमरान खान पिछले एक साल से टॉशाख़ाना, साइफर और कई अन्य मामलों में सजा और न्यायिक हिरासत में हैं। उनके परिवार और समर्थकों का आरोप है कि सरकार जानबूझकर उन्हें अलग-थलग रख रही है और उनकी सेहत को लेकर गंभीर आशंकाएँ हैं।