लाइव हिंदी खबर:- “योग करे, निरोग रहे” क्या मुहावरा बहुत ही देखने में छोटा लगता है लेकिन इसका यह अर्थ बहुत ही व्यापक होता है, क्योंकि एक व्यक्ति अपने जीवन में योग को अपने समय सारणी में डालता है तो उसे कई प्रकार से लाभान्वित होता है सबसे पहले यह बात है कि अपने आप में वह संतुलन कायम रखने में सबसे बड़ी भूमिका रखता है पढ़ाई से सबसे बड़ी लाभदायक है व्यक्ति योग से अपने शरीर ,आत्मा पर संतुलन कायम कर लेता है और वह कोई काम करता है तो आपने अनुसार से ही उसका निर्णय कर लेता है और कार्य करता है ।योग एक प्रकार से हमें कोई अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता भी नहीं होती है लेकिन यह बहुत ही सहज, आसान और सरल है इसे कहीं भी, कभी भी किया जा सकता है।
योग एक प्रकार से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है क्योंकि भारत में भारतीय ऋषि-मुनियों, साधु-संतों के माध्यम से विकसित योग विश्व की सबसे बड़ी देन है जिसमें सबसे बड़े दिन महर्षि पतंजलि द्वारा लिखा गया टीका “महाभाष्य” में योग के बारे में उल्लेख किया गया है जिसमें 8 प्रकार के योग का उल्लेख किया गया है ,यह योग उन सभी व्यक्तियों के लिए हैं जो व्यक्ति अपने जीवन में स्वस्थ रहना चाहता है और अपने जीवन को सही लक्ष्यों में आगे बढ़ना चाहता है ।दुनिया के तनाव से मुक्त रहना चाहते हैं तो योग को अपना सकते हैं योग एक प्रकार से व्यक्ति और ईश्वर को जोड़ता है।
योग समाज के किसी भी समुदाय कर सकते हैं क्योंकि योग किसी धर्म या कोई समुदाय से जुड़ा हुआ नहीं है क्योंकि यह एक प्रकार से मानव और परम शक्ति के बीच में संबंध को कायम करता है इसलिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति इस योग को कर सकते हैं क्योंकि योग ऐसा चीज है जो हमें अपने जीवन में अपने व्यक्तित्व को प्राप्त करने के लिए और अपने जीवन को सफल बनाने के लिए योग करना बहुत जरूरी है क्योंकि योगा से ही आपका दिमाग का संतुलन कायम रहेगा और आप जिस दिशा में काम करेंगे उसी दिशा में रहकर आप स्थाई रूप से काम कर पाएंगे।योग करने का नियम इतना भी कठिन नहीं है कि अधिक नियमों का पालन किया जाए। व्यक्ति किसी भी समय कहीं भी योग कर सकता है। योग हमें मानव जीवन और प्रकृति के बीच मधुर संबंधों को कायम करता है इसलिए हम लोगों को योग प्रतिदिन 30 मिनट अवश्य करनी चाहिए ।