
लाइव हिंदी खबर :- दिल्ली के ऐतिहासिक हजरत निजामुद्दीन दरगाह में 18 अक्टूबर को प्रस्तावित ‘जश्न-ए-चिराग’ कार्यक्रम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यह कार्यक्रम मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार के शामिल होने की संभावना है।

दरगाह प्रबंधन समिति ने इस आयोजन का कड़ा विरोध किया है। समिति ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि यह कार्यक्रम अनधिकृत है और इससे दरगाह परिसर में धार्मिक गतिविधियों में बाधा आ सकती है। समिति का कहना है कि दरगाह में रोजाना हजारों श्रद्धालु आते हैं और इस तरह का आयोजन वहां की परंपरा और शांति व्यवस्था को प्रभावित कर सकता है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि आयोजकों ने दरगाह प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली है और कार्यक्रम के जरिए राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की जा रही है, जो दरगाह की धार्मिक भावना के खिलाफ है।

दूसरी ओर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का कहना है कि कार्यक्रम हर साल की तरह इस बार भी आयोजित किया जाएगा और इसका उद्देश्य एकता, शांति और प्रेम का संदेश देना है। मंच के सदस्यों ने दावा किया है कि किसी भी तरह की राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है और यह कार्यक्रम पूरी तरह सांस्कृतिक और धार्मिक सौहार्द का प्रतीक होगा। हालांकि, प्रबंधन समिति के विरोध और पुलिस शिकायत के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने दरगाह क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी संभावित तनाव को रोका जा सके।