लाइव हिंदी खबर :-जीवन में खुशहाली के लिए शुक्र ग्रह का शुभ होना आवश्यक है। जीवन में सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं और आर्थिक संपन्नता पाने के लिए शुक्र ग्रह का शुभ होना बहुत जरूरी माना जाता है। शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इसके अलावा यह दिन शुक्र ग्रह से भी जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि इस दिन शुक्र ग्रह की अशुभता दूर करने के लिए किए गए उपाय से मां लक्ष्मी का कृपा भी प्राप्त होती है।
आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में कहा जाता है कि इस उपाय को रात में ही करना चाहिए। खासकर शुक्रवार की रात 8 बजे के बाद करते हैं तो आपकी हर प्रकार की समस्या दूर करने के साथ ही हर मनोकामना भी पूरी हो सकती है। आइये जानते हैं उस उपायों के बारे में…
इस उपाय को करने से पहले शाम के समय तन और मन, दोनों से स्वच्छ हो लें। उसके बाद अपने हाथों में तीन हरी इलायची लें। इसके बाद घर के पूजा स्थल पर जाएं। अगर आपके घर में पूजा स्थल नहीं है तो घर के किसी शांत और साफ जगह पर मां लक्ष्मी की तस्वीर को स्थापित करें। ध्यान रखें कि कमल के आसन पर बैठी हुईं मां लक्ष्मी की तस्वीर ही स्थापित करें।
इसके बाद मां लक्ष्मी के तस्वीर के सामने तीनों इलायची रख दें और अपने ईष्ट देव का ध्यान करें। तत्पश्चात मां लक्ष्मी और भगवान विश्णु का ध्यान करते हुए शुक्रदेव से अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मन ही मन प्रार्थना करें और ‘ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ मंत्र का 21 बार जाप करें।
इसके बाद सभी इलायची को दाएं हाथ की मुट्ठी में ले लें और मुट्ठी बंद किए हुए घर के बाहर जाएं और तीन उल्टे चक्कर लगाएं। इसके बाद फिर वापस पूजा स्थल पर आ जाएं और आसन पर बैठ जाएं। इसके बाद सभी देवों, नवग्रहों का ध्यान करते हुए अपनी परेशानियां बोलकर दूर होने की प्रार्थना करें। ध्यान रखें कि बोलते वक्त आपकी मुट्ठी उसी प्रकार बंद होनी चाहिए।
परेशानी बताने के बाद अपनी मुट्ठी खोलें और उस पर तीन बार फूंक मारें। इसके बाद इलायची को किसी स्टील या तांबे के बर्तन में रखकर मुख्य द्वार पर ले जाएं। वहां इस इलाइची के ऊपर कुछ कपूर भी रखें और रखकर इसे जला दें। जब इलायची जलकर पूरी तरह से खत्म हो जाए और राख बचे तो उसे तुलसी के पौधे में डाल दें।
तुलसी का पौधा ना होने पर इसे पानी में डालकर प्रवाहित कर दें। ऐसा करने पर आपको कुछ ही दिनों में इसका असर भी दिखने लगेगा और जीवन की सभी परेशानियां मां लक्ष्मी की कृपा से धीरे-धीरे दूर होने लगेंगी।