हेल्थ कार्नर :- मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होने वाला बुखार हैं। इस बुखार में पीड़ित को ठंड लगती हैं, तेज सिर दर्द होता हैं, उल्टी होना या जी मचलना, पसीना आना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में बुखार के लक्षण का पता चलते ही घर पर ही कूछ आयुर्वेदिक उपचार करके बुखार के प्रभाव को कम किया जा सकता हैं। तो आइए जानते हैं इससे बचने के उपाय।
- बड़ी खुशखबरी मोदी गवर्नमेंट दे रही है एक करोड़ तक का लोन क्लिक कर कर जानेक्लिक करे
- दसवीं पास के लिए निकली बंपर भर्तियां तुरंत करें आवेदन क्लिक करके जाने क्लिक करे
- रोज खाएं यह 3 चीज, चश्मा कभी नहीं लगेगा क्लिक कर जानें पूरी खबर
1. मलेरिया बुखार होने पर तुलसी और बबलू के 4 पत्तों के साथ चार-पांच काली मिर्च को 1 ग्राम अजवायन के साथ पीसकर काढ़ा बनाकर बुखार से पीड़ित व्यक्ति को पिलाएं इससे बुखार शीघ्र ही ठीक हो जाता हैं।
2. मलेरिया के बुखार में प्याज के रस में काली मिर्च का चूर्ण डालकर सुबह शाम पीने से बुखार में राहत मिलती हैं।
3. गिलोय एक आयुर्वेदिक पौधा हैं जिसका जूस दो-तीन दिनों तक दिन में दो बार पीने से ही मलेरिया बुखार ठीक हो जाता हैं। गिलोय बुखार के लिए एक रामबाण औषधि है।
4. हरसिंगार के पत्तों रस, अदरक का रस, और शहद तीनों को एक-एक चम्मच मिलाकर बुखार पीड़ित को पिलाएं इससे मलेरिया का बुखार जल्द ही ठीक हो जाएगा।
5. अनार और एलोवेरा का जूस दोनों को मिलाकर पीने से शरीर में ऊर्जा उत्पन्न होती हैं और प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से बढ़ती हैं जिससे मलेरिया का बुखार दो से तीन दिन में ही गायब हो जाता हैं।
6. मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को अनार, नारियल पानी और पपीते का सेवन दिन में तीन चार बार करना चाहिए, क्योंकि ये सभी रक्तचाप को नॉर्मल बनाते हैं साथ ही रक्त की शुद्धि करते हैं, जस मलेरिया का बुखार धीमा पड़ जाता हैं।