लाइव हिंदी खबर :- ऑस्ट्रेलिया में पिछले तीन दशकों की सबसे भीषण सामूहिक गोलीबारी की घटना सामने आई है। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घटना के बाद पूरे देश में शोक और दहशत का माहौल है।

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शुरुआती जांच में यह हमला इस्लामिक कट्टर विचारधारा से प्रेरित प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस के अनुसार हमलावर ने लाइसेंसी बंदूक का इस्तेमाल किया था और भीड़भाड़ वाले इलाके को निशाना बनाया। फायरिंग अचानक शुरू हुई, जिससे लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके को घेर लिया और हालात पर काबू पाया।
प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि हथियार कानूनों की एक बार फिर समीक्षा की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस और खुफिया एजेंसियां हमलावर के संपर्कों, पृष्ठभूमि और संभावित नेटवर्क की गहन जांच कर रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर वैश्विक स्तर पर कट्टरपंथ और बंदूक नियंत्रण को लेकर बहस तेज कर दी है।