2. मन की बात को दूसरों से करें शेयर
अक्सर तनाव में वो लोग रहते हैं जो अपनी टेंशन को अपने अंदर दबाकर रखते हैं और किसी के भी साथ उसे शेयर नहीं करते. ऐसा लंबे समय तक करने से तनाव लगातार बढ़ता जाता है और एक समय के बाद मानसिक बीमारी का कारण बन जाता है. ऐसे में ये बेहद जरूरी है कि अगर आपको कोई बात लगातार परेशान कर रही है तो उसे अपने परिवार या फिर दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें. जब आप अपनी प्रॉब्लम को अपने करीबियों के साथ साझा करेंगे तो उसका कोई ना कोई उपाय निकालकर जरूर आएगा.
3. हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करें-
हमें अपनी लाइफ में हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करते रहना चाहिए. नया सीखते रहने से माइंड एक्टिव रहता है और मन को भी खुशी मिलती है. ये बहुत जरूरी है कि आप वो करें जिसे करने से आपको खुशी मिलती है. अपने पसंद की चीज करने के लिए समय निकालें और करें. ऐसा करने से आपका माइंड एक्टिव रहेगा और हेल्दी भी.
4. अच्छी नींद लें
हेल्दी माइंड और हेल्दी बॉडी के लिए अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है. अगर आपकी रात को नींद अच्छे से पूरी हुई है तो आप पूरे दिन एक्टिव रहेंगे. इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें की रात के वक्त 6 से 7 घंटे की अच्छीऔर चैन की नींद लें.
World Mental Health Day 2021: हेल्दी बॉडी के लिए अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है.
5. पॉजिटिव सोच रखने वाले लोगों के साथ वक्त बिताएं
जिंदगी में हर चीज अपने मन के हिसाब से नहीं होती तो अगर सब कुछ आपके प्लानिंग और मन के मुताबिक नहीं हो रहा है, तो इंतजार करें और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े. इसके अलावा माइंड को हेल्दी बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा ऐसे लोगों के साथ वक्त बताएं जो पॉजिटिव थिंकिंग वाले हों. ऐसे लोग सोशली एक्टिव होते हैं और आपके मन से नेगेटिविटी को दूर करने में आपकी मदद करते हैं.
6. दूसरों की हेल्प करें
कहते हैं कि जब हम सच्चे मन से बिना किसी स्वार्थ के किसी की मदद करते हैं तो ये हमारे मन को एक अलग ही खुशी देता है. इसलिए लाइफ में दूसरों की हमेशा हेल्प करते रहने की कोशिश करना चाहिए. ऐसा करने से आपके मन को पॉजिटिव एनर्जी मिलती है और स्ट्रेस दूर रहता है.
तनाव की वजह पहचानना है जरूरी
आजकल की लाइफस्टाइल में बच्चे हो या बड़े, हर कोई किसी ना किसी स्ट्रेस से गुजर रहा है. मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि आमतौर पर बिना वजह तनाव नहीं हो सकता, इसलिए अगर आपको तनाव और स्ट्रेस से निपटना है तो उसका कारण जानना बेहद जरूरी है. अगर आपको ये महसूस होता है कि आप या फिर आप के आस पास कोई तनाव में है तो सबसे पहले बिहेवियर स्टडी शुरू करें, क्योंकि उसके बदले हुए व्यवहार से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किन परिस्थितियों में टेंशन और स्ट्रेस का जन्म हुआ है. एक बार परेशानी की जड़ का पता लगने के बाद उसका हल निकालना ज्यादा मुश्किल नहीं होता.