ईश्वर का नेत्र माने जाते हैं सूर्य देव, सीखाते हैं परिस्थितियों से लड़ना

ईश्वर का नेत्र माने जाते हैं सूर्य देव, सीखाते हैं परिस्थितियों से लड़ना

लाइव हिंदी खबर :- सूर्य सभी देवताओं में एकमात्र प्रत्यक्ष देव के रूप में हमारे सामने हैं। जिन्हें हम स्वयं देखते हैं और उनकी पूजा करते हैं। सूर्य देवता मानव जीवन के लिये बहुत महत्वपूर्ण हैं। शास्त्रों और वेद के अनुसार सूर्यदेव ईश्वर का नेत्र बताये जाते हैं। सूर्य देवता को स्वास्थ्य और शक्ति के देवता के रुप में माना जाता है। वहीं ऋषि-मुनियों ने सूर्य को ज्ञान रुपी ईश्वर बताया है।

सूर्य सीखाते हैं जीवन जीने की कला

सूर्योपनिषद के अनुसार सूर्य ही पूरे संसार के उप्तपत्ति का एक मात्र कारण निरुपति किये गये हैं। सूर्य को ही पूरे संसार की आत्मा बताया है। बताया गया है की सूर्य सारे संसार का पालन करते हैं और उन्हीं से मानव जीवन है। यही नहीं सूर्य इसके अलावा भी हमारे जीवन में बहुत मायने रखता है। क्योंकि सूर्य मानव को जीवन जीने की कला बताता है और हमें कई सीख भी देता है। तो आइए जानते हैं सूर्य से कैसे सीखें जीवन जीने की कला…

सूर्य से सीखें लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना

सूर्य हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वो हमें जीवन जीने के लिये कई सीख भी देता है। उन्हीं में से एक है अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना। सूर्य से हमें लगातार चलते रहने और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। क्योंकि सूर्य हमेशा आगे बढ़ता है, चाहे वातावरण उसके विपरित हो या अनुकूल।

– सूर्य सीखाते हैं परिस्थितियों से लड़ना

इंसान को अपने जीवन में परिस्थितियों का सामना करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। जीवन में कठिनाईयां और संघर्ष हमेशा बना रहता है। लेकिन दृढ़ निश्चयी लोग ही आगे बढ़ते हैं। सूर्य से हमें परिस्थितियों से लड़ना सीखना चाहिए। क्योंकि वह खुद पर ग्रहण लगने के बावजूद अडिग खड़ा रहता है। वह उन परिस्थितियों का सामना करता है।

– भेदभाव से रहें दूर

सूर्य हमेशा अपनी रोशनी सबको देता है। कभी भेदभाव नहीं करता, चाहे माहौल कैसा भी हो। सूर्य हमेशा अपनी रोशनी से सभी का जीवन जगमगाता है।

– ना रखें अहंकार का भाव

हम सभी जानते हैं की सूर्य से ही पृथ्वी पर जीवन है। धार्मिक गंर्थों के अनुसार सूर्य को वेदों में जगत की आत्मा कहा गया है। सूर्य मानव जीवन में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। लेकिन इन सभी बातों को जानते हुए सूर्यदेव में कोई अहंकार नहीं है।

– सूर्य से सीखें निष्ठा से काम करना

सूर्य देव से हमें हमेशा ही कर्म के प्रति निष्ठा का भाव सिखने को मिलता है। सूर्य देव अपना काम पूरी निष्ठा ओर लगन से करते हैं।

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