लाइव हिंदी खबर :-रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। रविवार के दिन लोग भगवान सूर्य की आराधना व पूजा अर्चना करते हैं। ज्योतिषि शास्त्र के मुताबिक कहा जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से या व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति का आगमन होता है। व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मान्यता है कि रविवार के दिन व्रत रखने से कुष्ट रोग से मुक्ति मिल जाती है।
अगर हम सौरमंडल के ग्रहों की बात करें तो सूर्य ग्रह को सौरमंडल का राजा माना जाता है और कहा जाता है कि इस दिन सूर्य अपनी सबसे अधिक ऊर्जा के साथ होता है। पूरे ब्रह्मांड में सूर्य एकमात्र ऊर्जा का स्त्रोत है।
अक्सर आप सूर्य को स्नान करने के बाद अर्घ्य देते वक्त लोगों को मन में मंत्रों का उच्चारण करते हुए देखा होगा। माना जाता है सूर्य के मंत्रों का उच्चारण करने से जीवन के सारे कष्ट मिट जाते हैं। संतान की चाहत हर मां-बाप की होती है। अगर आप भी संतान की चाहत रखते हैं तो आपको सूर्य मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए। संतान की प्राप्ति के लिए
ऊँ भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे।
धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।। का जाप कर सकते हैं।
व्यापार, नौकरी, धन और जीवन से जुड़ी हर समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं तो आपको सूर्य देव के इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ऊँ भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे।
धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।।
दिव्यं गन्धाढ़्य सुमनोहरम् |
वबिलेपनं रश्मि दाता चन्दनं प्रति गृह यन्ताम् ||
शीत वातोष्ण संत्राणं लज्जाया रक्षणं परम् |
देहा लंकारणं वस्त्र मतः शांति प्रयच्छ में ||
नवनीत समुत पन्नं सर्व संतोष कारकम् |
घृत तुभ्यं प्रदा स्यामि स्नानार्थ प्रति गृह यन्ताम् ||
ॐ सूर्य देवं नमस्ते स्तु गृहाणं करूणा करं |
अर्घ्यं च फ़लं संयुक्त गन्ध माल्याक्षतै युतम् ||
ॐ सर्व तीर्थं समूद भूतं पाद्य गन्धदि भिर्युतम् |
प्रचंण्ड ज्योति गृहाणेदं दिवाकर भक्त वत्सलां ||
विचित्र रत्न खन्चित दिव्या स्तरण सन्युक्तम् |
स्वर्ण सिंहासन चारू गृहीश्व रवि पूजिता ||
ॐ सहस्त्र शीर्षाः पुरूषः सहस्त्राक्षः सहस्त्र पाक्ष |
स भूमि ग्वं सब्येत स्तपुत्वा अयतिष्ठ दर्शां गुलम् ||
ऐसे करें उपाय
सूर्य को प्रसन्न करना है तो प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय सूर्य बीज मंत्र का जाप करें – “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रों सूर्याय नम:”। साथ ही रविवार के दिन सूर्य देव का ध्यान करते हुए व्रत करें। संभव हो तो ऐसा हर रविवार करें। भगवान विष्णु की पूजा करें एवं उन्हें प्रसन्न करने के उपाय करें। रविवार के दिन गाय को रोटी खिलाएं। ध्यान रहे यह घर की बची हुई रोटी ना हो। इस विशेष दान के लिए अलग से रोटी बनाएं।