क्या कैदियों और भिखारियों को बिना आईडी कार्ड के टीका लगाना चाहिए?

लाइव हिंदी खबर :- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कि कोरोना टीकाकरण के लिए पहचान पत्र यह एक बाधा नहीं होना चाहिए।

क्या कैदियों और भिखारियों को बिना आईडी कार्ड के टीका लगाना चाहिए?

इसलिए जिला प्रशासन को वेश्याओं सहित कैदियों को टीकाकरण करने के लिए कदम उठाना चाहिए। यहां तक कि अगर उनके पास आईडी कार्ड नहीं हैं, तो वैक्सीन के भुगतान के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए।

सभी कैदियों, भिक्षुओं, ननों, जो मनोरोग वार्डों, नर्सिंग होम, भिखारियों और पुनर्वास केंद्रों में रहने वालों को टीकाकरण करते हैं। यदि उनके पास आधार, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, प्रतिबंध कार्ड, एनपीआर स्मार्ट कार्ड, पेंशन दस्तावेज सहित कोई दस्तावेज नहीं है तो भी उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए।
इस प्रकार यह कहा जाता है। दिल्ली तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण तिहाड़ जेल में पांच लोगों की मौत हो गई है। कोरोना 2 की लहर तीव्र है। इसलिए वर्तमान में कैद है कैदियों हम सभी का टीकाकरण कर रहे हैं।

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