लाइव हिंदी खबर :-शनिदेव को न्याय के देवता कहा जाता है। इसलिये शनि का कुंडली में शुभ-अशुभ होना व्यक्ति के कर्म पर निर्भर होता है। शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती के परिणाम बुरे ही नहीं होते, इसके शुभ परिणाम भी देखने को मिलते हैं।
साल 2021 में ज्योतिषशास्त्र की गणना के अनुसार शनि अपनी स्थिति बदलेंगे। जिसके अनुसार साल की शुरुआत में शनि देव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। शनि की साढ़ेसाती कौन सी राशियों में रहेगी और किन राशियों से इसका प्रभाव खत्म होगा आइए जानते हैं…
वृषभ राशि
शनि के मकर राशि में जाने से वृषभ राशि वालों के लिये सामान्य रहेगा। इस राशि वाले जातक शनि की ढैय्या के प्रभाव से मुक्त हो जायेंगे। आपके लिये यह समय अच्छा बितने वाला है। जीवन में चल रही उथल-पुथल में कमी आयेगी। जीवन शांति पूर्ण तरीके से चलेगा और उन्नति होगी।
धनु राशि
इस राशि वालों के दूसरे चरण की साढ़ेसाती समाप्त हो जायेगी और तीसरे चरण यानी उतरती साढ़ेसाती शुरु हो जायेगी। तीसरे चरण की साढ़ेसाती इस राशि वालों को शारीरिक परेशानियां देगी। बीते वर्षों के मुकाबले यह साल इस राशि वालों के लिये पहले से बेहतर रहेगा और अनुकूल साबित होगा।
वृश्चिक राशि
इस राशि वालों को मानसिक तनाव में कमी महसूस होगी। इसके सात ही यह साल सुख और उन्नतिदायक रहेगा। शनि के धनु राशि से मकर राशि में जाने से वृश्चिक राशि वालों को शनि के चंगुल से मुक्ति मिल जाएगी। ढाई सालों से जो भी कठिन परिश्रम आपने किये हैं उसका शुभ फल आपको मिलने लगेगा।
कन्या राशि
बीते ढाई सालों से इस राशि के लोग भी ढैय्या के प्रभाव में चल रहे थे। शनि के राशि परिवर्तन से कन्या राशि ढैय्या से मुक्त हो जायेंगे और आपको भी मेहनत का पूरा फल मिलने लगेगा। आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होते रहेंगे। साथ ही पारिवारीक जीवन में भी कुछ उलझनों का सामना करना पड़ सकता है।
शनि के मकर में आने से इन्हें परेशानी
शनि के मकर राशि में आने से कुंभ राशि वालों की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। मिथुन और तुला राशि वालों पर ढैय्या लग जाएगी। ऐसे में इन तीन राशि वालों के लिए 2020 अधिक संघर्षपूर्ण रह सकता है।