लाइव हिंदी खबर :- क्या किसी औरत पर डायन, चुडैल का साया लग सकता है? या किसी आदमी पर भूत-प्रेत सवार हो सकते हैं? सुनने में ये बातें भले ही अजीब लगे परन्तु आधुनिक युग में भी लोगों की इन्हीं मान्यताओं के चलते मध्यप्रदेश के देवास जिले की काली मस्जिद का नाम प्रसिद्ध है।
हर गुरूवार होती है भूत, प्रेत और डायनों की पेशी
देवास की इस 1100 वर्ष पुरानी दरगाह और काली मस्जिद के लिए माना जाता है कि यहां पर हर गुरूवार को भूत, प्रेत और डायनों की पेशी होती है। यहां के खादिम अर्जुन बाबा का कहना है प्राचीन समय से ही यह स्थान प्रेतबाधा मुक्ति और काली आत्माओं के साए से पीछा छुड़ाने के लिए मशहूर रहा है जिसके चलते लोग इस जगह को काली मस्जिद कहने लगे। पिछले 50 वर्षो से दरगाह की खिदमत कर रहे अर्जुन बाबा कहते हैं कि गुरूवार को काली मस्जिद के पीर के सामने बुरी आत्माओं, भूतों और डायनों की पेशी होती है। यहां कैसा भी उलझा हुआ मामला हों, पांच गुरूवारों में ही पीड़ित को फायदा हो जाता है।
हिंदू-मुस्लिम एकता का है प्रतीक
यह स्थान हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर सभी खिदमतगार हिंदू है और आने वालों में हिन्दू, मुसलमान दोनों ही शामिल होत हैं जो अपनी परेशानियों से निजात पाकर सुख और शांति का अनुभव करते हैं।