लाइव हिंदी खबर :- आज भी जंगलों में ऐसी जड़ी-बूटी मौजूद है जिनके प्रयोग मात्र से हम भयानक से भयानक बीमारी से बच सकते हैं, आज हम ना जाने कितने रुपए बीमारियों पर खर्च करते होंगे पर क्या आपने कभी यह सोचा है अगर हम जड़ी बूटी का प्रयोग करें तो हमारे स्वास्थ्य पर उसका क्या प्रभाव पड़ेगा .
आइए हम आपको एक ऐसे पौधे से मिलाते हैं जो हजारों बीमारियों का एकमात्र इलाज है
शतावरी के फायदे :
विश्व के कई क्षेत्रों में इस औषधि का प्रयोग घाव की सफाई के लिए किया जाता है. शतवारी फेफड़ों (lungs) में जलन और इनमें दमा जैसी दिक्कत से आई तकलीफ़ के कारण आए शोथ को शांत करने में भी सहयता करती है.
यदि पित्त के बढ़ने से शरीर में ख़ासकर रक्त या शरीर के रसों में यह तकलीफ़ उत्पन्न हुई हो तो शतवारी का प्रयोग अत्यंत सहायक है.
यह मस्तिष्क के स्नायु तंत्र की नसों को भी आराम और पोषण प्रदान करती है.
शरीर में जकड़न, दर्द, अनिद्रा इत्यादि मानसिक तनाव एवं वातज विकृति से उत्पन्न समस्यायों को भी शतावरी के सेवन से लाभ मिलता है.
शतावरी से ओजस का निर्माण भी होता है जो शरीर, मन और बुद्धि को रूप से उर्जा प्रदान करता है.
यह रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी सहायक है. वास्तव में यह औषधि एक रसायन है जो शरीर को हर प्रकार से पुष्टि प्रदान करती है.
इस औषधि के द्वारा मन में सात्विक भावनाएँ भी जागृत होती हैं. इसके सेवन से आध्यात्मिक प्रेम फलीभूत होता है.
यह पुराने बुखार को ठीक करने में भी समर्थ है.