
लाइव हिंदी खबर :-घर का मुख्य द्वार बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार सही होना आपके घर की तरक्की के लिये बहुत जरुरी होता है। इसलिये जब भी नया घर बनवा रहे हैं तो वास्तुशास्त्री द्वारा अपने घर के द्वार के बारे में एक बार सलाह लें ले। क्योंकि दिशा के अनुसार दरवाजा रखा जाए तो हर दिशा के अनुसार अलग-अलग फल प्राप्त होते हैं। तो आइए जानते हैं किस दिशा में दरवाजा होना क्या फल देता है….
1. पूर्व दिशा:
अगर आपका मुख्य द्वार पूर्व दिशा में होता है तो सामान्य माना जाता है, कई मायनों में अच्छा होता है लेकिन कई मायनों में गलत भी। कहा जाता है की इस दिशा में दरवाजा होने से व्यक्ति कर्ज में डूब सकता है।
2. पश्चिम दिशा:
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य दरवाजा अगर पश्चिम दिशा में है तो यह आपके लिये शुभ नहीं है, इस दिशा में दरवाजा होने से घर की बरकत चली जाती है।
3. उत्तर दिशा:
अगर आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में है तो यह शुभ फल देता है। लेकिन अगर इस दरवाजे के सामने कोई वास्तुदोष नहीं है तो ही यह आपके लिये लाभप्रद रहेगा।
4. दक्षिण दिशा:
घर का मेन गेट अगर दक्षिण दिशा में है तो यह आपको अशुभ फल देगा, अतः इस दिशा में दरवाजा होना आर्थिक परेशानियों को खड़ा कर देता है।
5. आग्नेय कोण:
इस दिशा में घर का मुख्य द्वार होने से परिवार के सदस्यों को रोग हो सकते हैं। वहीं ये लोग अपनी बीमारियों को लेकर काफी परेशान भी रहते हैं।
6. ईशान कोण:
ईशान दिशा के दरवाजे के सामने किसी भी प्रकार का वास्तुदोष नहीं है तो यह शुभफलदायी होता है।
7. नैऋत्य कोण:
नैऋत्य कोण में घर का मुख्या द्वार होने से घर के सदस्यों को आर्थिक व स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को झेलना पड़ता है।