लाइव हिंदी खबर :-हिन्दू धर्म में मां सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है। ऐसी मान्यता है कि इनकी अराधना करने वाला बुद्धि और उच्च शिक्षा को प्राप्त करता है। मां सरस्वती का रूप सुन्दर है। वे कमल के पुष्प पर विराजमान होती हैं और उनके हाथों में वीणा होती है।
शास्त्रों के अनुसार जिस भी मनुष्य के पास बुद्धि और ज्ञान है वह इन दोनों की मदद से जीवन में सब कुछ पा सकता है। धन, खुशियां, अपनी हर इच्छा को पूरी कर सकता है। इसलिए शास्त्रों में ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करने का बेहद महत्व बताया गया है। उनकी अराधना से देवी प्रसन्न होती है और ज्ञान की वर्षा करती हैं।
धार्मिक और शास्त्रीय ग्रंथों में मां सरस्वती की पूजा करने और उन्हें प्रसन्न करने के विभिन्न उपाय दर्ज हैं। इन उपायों को विधि अनुसार करने से देवी खुश होती हैं और व्यक्ति पर बुद्धि और ज्ञान बरसाती हैं। किन्तु यदि मां सरस्वती के कुछ मंत्रों का नियमित जाप किया जाए, तब भी वे प्रसन्न होकर मन मांगा वर पूरा करती हैं। आइए आपको राशि अनुसार मां सरस्वती के मंत्र बताते हैं। इनके रोजाना एक माला यानी 108 बार जाप से आप बुद्धि और ज्ञान पा सकते हैं। आगे बताए जा रहे मंत्र आपकी चन्द्र राशि परा आधारित हैं।
मेष राशि
ॐ वाग्देवी वागीश्वरी नम:
वृष राशि
ॐ कौमुदी ज्ञानदायनी नम:
मिथुन राशि
ॐ मां भुवनेश्वरी सरस्वत्यै नम:
कर्क राशि
ॐ मां चन्द्रिका दैव्यै नम:
सिंह राशि
ॐ मां कमलहास विकासिनी नम:
कन्या राशि
ॐ मां प्रणवनाद विकासिनी नम:
तुला राशि
ॐ मां हंससुवाहिनी नम:
वृश्चिक राशि
ॐ शारदै दैव्यै चंद्रकांति नम:
धनु राशि
ॐ जगती वीणावादिनी नम:
मकर राशि
ॐ बुद्धिदात्री सुधामूर्ति नम:
कुंभ राशि
ॐ ज्ञानप्रकाशिनि ब्रह्मचारिणी नम:
मीन राशि
ॐ वरदायिनी मां भारती नम:
राशि अनुसार आप यहां अपने लिए मंत्र को चुनें और रोजाना सुबह या शाम किसी भी समय इसका एक माला (108 बार) जाप करें। आप चाहें तो एक माला से अधिक जाप भी कर सकते हैं। यदि संभव हो तो मंत्र जाप से पहले मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीर के सामने बैठ जाएं और जाप पूरा होने के बाद देवी को प्रसाद का भोग भी लगा सकते हैं।