लाइव हिंदी खबर :- व्हाइट हाउस की असिस्टेंट प्रेस सेक्रेटरी टेलर रोजर्स ने कहा के राष्ट्रपति ट्रंप का फैसला पूरी तरह से अमेरिकी वर्कर्स फर्स्ट की सोच पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यह एक कॉमन सेंस एक्शन है, जो उन कंपनियों को रोकता है, जो H-1B वीजा सिस्टम का दुरुपयोग करके इसे एक्सप्लेन करती हैं और मजदूरों की मजदूरी गिरा देती हैं|

रोजर्स ने जोर देकर कहा कि यह कदम न उन अमेरिकी बिजनेस को भरोसा देता है, जो सचमुच हाई स्किल्ड वर्कर को हमारे देश लाना चाहते हैं, लेकिन सिस्टम के दुरुपयोग ने उन्हें नुकसान पहुंचाया है। अब हालात बेहतर होंगे उन्होंने कहा कि इस नीति का सीधा मकसद है यह है कि अमेरिकी नौजवानों को नौकरियां मिले और विदेशी मजदूरों की वजह से उनकी मजदूरी पर दबाव न पड़े। प्रशासन का कहना है कि इसे अमेरिकी इकोनॉमी में संतुलन आएगा और फिर फेयर कंपटीशन की स्थिति बनेगी।