लाइव हिंदी खबर :- सऊदी अरब ने यह कहा है कि वह उम्मीद करता है कि समय के साथ और भी ज्यादा देश फिलीस्तीन को मानता देंगे। इस आशय का बयान मध्य पूर्व में बढ़ती कूटनीति गतिशीलता और गाजा संकट के मद्देनजर आया है, दुनिया भर में लगातार दबाव बढता जा रहा है कि फिलीस्तीन को एक राष्ट्र – राज्य के तौर पर स्वीकार किया जाए, ताकि मध्यस्थता एवं शांति प्रक्रिया को बल मिले सके।

हाल ही के महीने में कई देशों ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता दी है या देने की घोषणा की है विशेषकर यूरोप और अन्य क्षेत्रों से- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मई 2024 में स्पेन, आयरलैंड और नार्वे ने औपचारिक रूप से फिलीस्तीन को राज्य की मान्यता दी थी। इसके बाद इस स्लोवेनिया ने जून 2024 में यह कदम उठाया और फिलीस्तीन को मान्यता दी।
इसके अलावा कुछ पाश्चात्य देशों ने इस विषय में घोषणा की है कि वे जल्द ही फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले है। उदाहरण के लिए माल्टा ने फिलिस्तीन की मान्यता देने की घोषणा की है. सबसे ताजा घटनाक्रम में ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने 21 सितंबर 2025 को औपचारिक रूप से फिलीस्तीन को राज्य की मान्यता दी है। उसी दिन पुर्तगाल ने भी फिलीस्तीन को राज्य के रूप से मान्यता दे दी है।
इन बदलावों से यह स्पष्ट होता है कि फिलीस्तीन की मान्यता को लेकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन में इजाफा हो रहा है, यूरोप के कई देश जो पहले इस विषय पर सहमति न बनने के कारण चुप्पी साधे हुए थे। अब सार्वजनिक रूप से समर्थन करने लगे हैं, इस पूरे संदर्भ में यह देखा जाना होगा कि आगे कितने देश इस दिशा में कदम उठाएंगे और मान्यता देने की प्रक्रिया कब से औपचारिक रूप लेगी।