लाइव हिंदी खबर :- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने H-1B वीजा की फीस को 6 लाख रुपये से बढाकर 88 लाख रुपये कर दिया है। यह फैसला स्किल्ड वर्कर और टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है। अब इतने महंगे वीजा पर अमेरिका जाना मुश्किल हो जाएगा। इसी बीच कनाडा इस मौके को भुनाने की तैयारी कर रहा है।

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने लंदन में कहा कि उनकी सरकार नई माइग्रेंट पॉलिसी लाने जा रही है। जिसके जरिए अमेरिका में काम करने वाले इच्छुक स्किल्ड प्रोफेशनल्स को कनाडा में बुलाया जाएगा। इमीग्रेशन एक्सपोर्ट का कहना है कि अमेरिका की पाबंदियां और ऊंची फीस का सीधा फायदा कनाडा का मिलेगा।
- कनाडा पहले से ही टेक्नोलॉजी सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
- अमेरिकी कंपनियां भी छोटे और मिड-रेंज ऑफिस कनाडा में शिफ्ट कर सकती हैं।
- 2023 में जब अमेरिका में टेक सेक्टर से छटनी हुई थी, तब कनाडा ने H-1B धारकों के लिए स्पेशल वर्क परमिट खोला था| सिर्फ 48 घंटे में 10000 आवेदन भर गए थे।
टोरंटो की फर्म पैसेज के सीईओ मार्टिन बसिरी ने कहा कि यह बिल्कुल म्यूजिकल चेयर्स गेम जैसा है। अमेरिका ने दरवाजा बंद कर दिया है। अब हाई स्किल्ड प्रोफेशनल्स कनाडा में नई जगह तलाशेंगे।