लाइव हिंदी खबर :- भारत में वेस्टर्न और मिडवेस्ट रीजन के लिए इजरायल के नवनियुक्त काउंसिल जनरल यानिव रेवाच ने पदवार संभालने के बाद महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में इजराइल ने बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना किया है और इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमारे लोग शेरों की तरह लड़े।

रेवाज ने कहा कि इसराइल का लक्ष्य सदैव एक शांतिपूर्ण क्षेत्र बनाना रहा है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की किसी भी शांति पहल का स्वागत करते हुए कहा कि यदि क्षेत्र में स्थायी शांति लाने के प्रयास किए जाते हैं, तो इसराइल उसका समर्थन करेगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि 6 अक्टूबर 2023 को इसराइल, सऊदी अरब के साथ एक ऐतिहासिक समझौते के करीब था, लेकिन परिस्थितियों के कारण वह आगे नहीं बढ़ सका।
भारत-इजराइल संबंधों पर बोलते हुए यानिव रेवाच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की मित्रता और नेतृत्व के लिए आभारी हैं। मोदी जी ने स्पष्ट किया कि क्षेत्र में शांति भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत हमें वेस्ट एशिया का अहम हिस्सा मानता है और इस दृष्टिकोण से भारत का समर्थन हमारे लिए मूल्यवान है।
रेवाच ने यह भी कहा कि इसराइल की आशा है कि अब्राहम समझौतों का दायरा और व्यापक किया जा सके। जैसे अरब देशों के साथ संबंध सामान्य हों और क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित हो सके। भारत-इजराइल और पश्चिम एशिया के अन्य देशों के बीच बढ़ती कूटनीति सक्रियता। क्षेत्रीय सहयोग के लिए नई संभावनाएं खोल सकती है।