लाइव हिंदी खबर :- अमेरिकी किसानों का सोयाबीन नहीं बिकने से राष्ट्रपति ट्रंप की परेशानियां बढ़ गई हैं| ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका के सोयाबीन किसान मुश्किल हालातों से गुजर रहे हैं। क्योंकि चीन उनसे सोयाबीन खरीदना बंद कर चुका है। जिसकी वजह से अमेरिकी किसानों को भारी नुकसान का सामना उठाना पड़ रहा है।

बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे अगले ही महीने चीन के राष्ट्रपति शी जिनजिंग से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में सबसे अहम मुद्दा सोयाबीन ही होगा। ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा कि चीन सिर्फ बातचीत करने के लिए सोयाबीन खरीद को रोक रहा है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा कि “हमारे सोयाबीन किसान बुरी तरह प्रभावित हैं, लेकिन हमने टैरिफ से इतना पैसा कमाया है कि उसका कुछ हिस्सा हम किसानों की मदद में लगाएंगे, मैं कभी किसानों को निराश नहीं करूंगा”। ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना करते हुए कहा कि उनके समय में वह ट्रेड डील लागू नहीं हो पाई थी। जिसके तहत चीन को अरबों डॉलर के अमेरिकी कृषि उत्पाद खरीदने थे।
बता दें कि साल 2020 में ट्रम्प प्रशासन और चीन के बीच एक डील हुई थी जिसके तहत चीन अमेरिका से बड़ी मात्रा में कृषि उत्पादन जैसे कि सोयाबीन, मक्का, गेहूं, मांस जैसी चीजें खरीदने के लिए वादा किया गया था। जिसका मकसद अमेरिकी किसानों को फायदा पहुंचाना था। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच ट्रेड बैलेंस को बरकरार रखना भी था।
बीते दिनों अमेरिका और चीन के बीच इसी साल की शुरुआत में टैरिफ वॉर चला था। अमेरिका ने चीन पर 145% तक टैरिफ़ लगा दिया था। जिसके जवाब में चीन ने 125% टैरिफ लगाया था। हालांकि दोनों देशों की बातचीत के बाद अमेरिका ने इसे घटाकर 30% कर दिया था। दूसरी तरफ चीन ने अमेरिकी सोयाबीन पर 20% एक्स्ट्रा टैरिफ लगा दिया था, जो कि अभी भी जारी है।
अमेरिकी सोयाबीन संगठन ने अगस्त में चेतावनी देते हुए कहा था कि चीन की पाबंदियां अमेरिकी किसानों को उनकी सबसे बड़ी मार्केट से बाहर कर रही हैं। अमेरिकी किसानों का कहना है कि सोयाबीन के लिए उनका सबसे बड़ा बाजार चीन ही है।