चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर प्रियदर्शी ने वैश्विक सहयोग और समग्र समाधान पर दिया जोर

लाइव हिंदी खबर :- अरावली सीमेंट 2025 में चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर प्रियदर्शी ने अपने संबोधन में कहा कि आज दुनिया तीन बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। ऐसे समय में सहयोग और साझेदारी सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत बने बन गए हैं। उन्होंने बताया कि चिंतन रिसर्च फाउंडेशन तीन प्रमुख क्षेत्रों पर कार्य करता है।

चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर प्रियदर्शी ने वैश्विक सहयोग और समग्र समाधान पर दिया जोर

व्यापार और अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संक्रमण तथा भू-राजनीति और सामरिक अध्ययन। इन तीनों वर्टिकल्स के माध्यम से संस्था का उद्देश्य है। विचारों का आदान-प्रदान दृष्टिकोणों का समन्वय और समग्र समाधान तैयार करना। शिशिर प्रियदर्शी ने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर नीति और रणनीतियों में पारस्परिक जुड़ाव पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है।

उन्होंने बताया कि इस युग में केवल एक क्षेत्र की विशेषता पर्याप्त नहीं, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों के बीच विचारों और अनुभवों का मेल ही टिकाऊ प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों, विशिष्ट अतिथियों और नीति-निर्माताओं से आग्रह किया कि वे संवाद, अनुसंधान नवाचार को प्रोत्साहित करें, ताकि दुनिया जिन तीन प्रमुख परिवर्तनशील चुनौतियों, आर्थिक पुनर्संतुलन, जलवायु संकट और रणनीतिक प्रतिस्पर्धा से गुजर रही है, उनका साझा समाधान खोजा जा सके।

प्रियदर्शी ने यह भी कहा कि चिंतन रिसर्च फाउंडेशन का प्रयास है कि भारत की सोच और नीति दृष्टिकोण को वैश्विक विमर्श का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने अपने वक्तव्य का समापन इस संदेश के साथ किया कि हमारा लक्ष्य केवल विश्लेषण नहीं, बल्कि एक बेहतर, संतुलित और सहयोगी विश्व का निर्माण है।

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