लाइव हिंदी खबर :- अमेरिका ने गाजा में इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते की निगरानी के लिए करीब 200 सैनिक गाजा पट्टी में तैनात करने की योजना बनाई है| अमेरिकी मीडिया ने इसकी जानकारी दी है|
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि टास्क फ़ोर्स समझौते की निगरानी, युद्धविराम पालन और किसी भी उल्लंघन की रोकथाम करेगा|

अमेरिकी अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि सैनिक गाजा में प्रवेश नहीं करेंगे, बल्कि इजराइल में ही रहकर लॉजिस्टिक्स, परिवहन, इंजीनियरिंग और अन्य योजना संबंधित सहायता प्रदान करेंगे। गाजा पट्टी में अमेरिका एक पूरी टीम भेजेगा जिसमें मिश्र, कतर, तुर्की की सेना के सदस्य भी शामिल होंगे, जो निगरानी और समन्वय कार्यों में सहयोग करने के लिए भागीदारी करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि गाजा पट्टी पर यह समझौता दोनों की पूर्ण सहमति पर हुआ है और इसमें बंधक मुक्ति, कैदी विनिमय भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इस समझौते के तहत 20 इजरायली बंधकों को हमास द्वारा रिहा किया जाएगा। जिसके बदले इजराइल भी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
इसके अलावा मृत बंधकों की लाशों का भी आदान-प्रदान किया जाएगा। इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इसराइली सरकार ने इस ऐतिहासिक समझौते को मंजूरी दे दी है। यह समझौता 2 साल की हिंसक संघर्ष के बाद हो पाया है। जिसने वैश्विक स्तर पर बडी चिंता और विरोध को जन्म दिया था।
जानकारी के मुताबिक युद्ध विराम के 24 घंटे के बाद अमेरिकी सैनिक तुरंत तैनात होना शुरू हो सकते हैं। इनका मिशन गाजा में मानव सहायता पहुंचाना एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना और सुरक्षा समझौता का पालन हो रहा है या नहीं यह भी सुनिश्चित करना भी शामिल है। अमेरिका की इस पहले से दोनों देशों के बीच स्थायी शांति और मानवीय राहत प्रयासों को मजबूती मिलने की उम्मीद है।