भारत ने काबुल में दूतावास खोलने का किया फैसला, तालिबान सरकार के साथ संबंधों में नई शुरुआत

लाइव हिंदी खबर :- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को घोषणा की है कि भारत-अफगानिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को और मजबूत करते हुए काबुल में अपने तकनीकी मिशन को दूतावास के स्तर पर अपग्रेड करेगा। उन्होंने कहा कि अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे होते संबंधों का प्रतीक है।

भारत ने काबुल में दूतावास खोलने का किया फैसला, तालिबान सरकार के साथ संबंधों में नई शुरुआत

उन्होंने कहा कि भारत-अफगानिस्तान के विकास में दीर्घकालिक भागीदार रहा है और भविष्य में भी रहेगा। भारत के पहले से पूर्ण हुए प्रोजेक्ट की मरम्मत और बाकी अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए तत्पर है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि भारत-अफगानिस्तान को 20 एंबुलेंस भेंट करेगा। जिसमें से पांच उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से मुत्ताकी को सौंपी हैं।

इसके अलावा MRI और CT स्कैन मशीनें, टीके और कैंसर की दवाएं भी अफगान अस्पतालों को प्रदान की जाएंगी। भारत ने भूकंप प्रभावित इलाकों में घरों के पुनर्निर्माण में भी मदद का प्रस्ताव दिया है। विदेश मंत्री ने पाकिस्तान से जबरन लौटाये गये अफगान शरणार्थियों की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होने उनके लिए आवास निर्माण में मदद का वादा किया है।

उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों में जल प्रबंधन, खनन, शिक्षा और खेल के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाया जाएगा। जयशंकर ने बताया कि भारत अफगानिस्तान छात्रों के लिए अपने विश्वविद्यालय में पढाई के अवसर बढ़ाएगा और अप्रैल 2025 में लागू नए वीजा माड्यूल से चिकित्सा, व्यापार और छात्र वीजा जारी करने की संख्या बढ़ाई गई है। अंत में उन्होंने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के बीच विकास और समृद्धि का साझा लक्ष्य है, लेकिन यह आतंकवाद के खतरे से प्रभावित होता है। हमें मिलकर सीमा पर आतंकवाद से निपटना होगा।

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