
लाइव हिंदी खबर :- प्रवर्तन निदेशालय के शिमला सब-ज़ोनल कार्यालय ने 9 अक्टूबर 2025 को निश्चंत सरीन को गिरफ्तार किया। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के डायरेक्टरेट ऑफ़ हेल्थ एंड सेफ्टी रेगुलेशन में असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर (HQ) के पद पर तैनात थे। गिरफ्तारी भारतीय धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की प्रावधानों के तहत की गई।

ED के अनुसार, सरीन पर भ्रष्टाचार, जालसाजी, धोखाधड़ी, असमान संपत्ति का संचय और आपराधिक साजिश में शामिल होने का संदेह है। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय द्वारा लंबित जांच के तहत की गई है, जिसमें अधिकारी के कर्तव्यों और संपत्ति के असंगत बढ़ोतरी से जुड़े मामलों की गहन जांच की जा रही थी।
सूत्रों के अनुसार सरीन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कुछ अवैध गतिविधियों में भाग लिया, जिनसे संबंधित दस्तावेजों में जालसाजी और धोखाधड़ी के संकेत मिले हैं। ED ने मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया।
इस गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत में कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। ED का उद्देश्य है कि सरकारी अधिकारियों के किसी भी तरह के अवैध लाभ या आपराधिक गतिविधियों को उजागर किया जाए और कानून के अनुसार उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है और आगे आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। आरोपी को कानूनी प्रक्रिया के तहत न्यायालय में पेश किया जाएगा और जांच में जुटी टीम घटनाओं की पूरी पड़ताल करेगी। इस कदम से यह संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश में लिप्त सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है, ताकि प्रशासनिक ईमानदारी और सार्वजनिक विश्वास को बनाए रखा जा सके।