लाइव हिंदी खबर :- भारतीय व्यवसायी सुहेल सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्षों के सार्वजनिक सेवा कार्यों को बेरजिस देसाई की किताब ने शानदार ढंग से प्रस्तुत किया है, लेकिन यह पुस्तक इससे भी आगे जाती है। इसमें उनके बचपन के संघर्षों और चुनौतियों को गहराई से दर्शाया गया है।

उन्होंने कहा कि हममें से कई लोग उन परिस्थितियों की कल्पना भी नहीं कर सकते जिनसे प्रधानमंत्री मोदी गुजरे हैं, क्योंकि अक्सर हम अपनी सोच तक सीमित रहते हैं। लेकिन यह किताब उन सभी परतों को खोलती है जो यह बताती हैं कि कैसे उन्होंने कठिनाइयों के बीच अपने व्यक्तित्व और नेतृत्व को आकार दिया।
सेठ ने कहा कि बेरजिस देसाई की यह रचना केवल जीवनी नहीं, बल्कि प्रेरणा का स्रोत है, जो यह दर्शाती है कि दृढ़ निश्चय और परिश्रम से कोई भी व्यक्ति असंभव को संभव बना सकता है। उन्होंने कहा कि यह किताब हमें यह समझने में मदद करती है कि प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय अनुभवों और संघर्षों से निकला हुआ है।