लाइव हिंदी खबर :- स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) की टीम ने राजकोट में एम्बरग्रीस (व्हेल की उल्टी) की तस्करी की कोशिश को नाकाम करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया। एम्बरग्रीस, जिसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में फ्लोटिंग गोल्ड कहा जाता है, दुर्लभ और अत्यंत मूल्यवान वस्तु है जिसका उपयोग परफ्यूम उद्योग में किया जाता है।

एसओजी के एसीपी भरत बासिया ने जानकारी दी कि राजकोट एसओजी टीम को इनपुट मिला था कि तीन व्यक्ति एम्बरग्रीस बेचने के उद्देश्य से राजकोट शहर आने वाले हैं। इस सूचना के आधार पर टीम ने तत्काल कार्रवाई की और संदिग्धों को पकड़ लिया। मामले की आगे की जांच और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के लिए इसे वन विभाग को सौंप दिया गया है।
जानकारी के अनुसार टीम ने एक विशेष स्थान पर निगरानी बढ़ाई थी और गुप्त सूचना के आधार पर जाल बिछाया गया था। जब संदिग्ध व्यक्ति वहां पहुंचे, तो उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी इस दुर्लभ पदार्थ को अवैध रूप से बेचने की योजना बना रहे थे।
एम्बरग्रीस समुद्री जीव स्पर्म व्हेल से प्राप्त होता है और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत इसके व्यापार पर पूरी तरह प्रतिबंध है। वन विभाग अब यह जांच कर रहा है कि यह पदार्थ कहां से लाया गया और इसमें किन लोगों की संलिप्तता है। इस कार्रवाई से एक बार फिर स्पष्ट हुआ है कि गुजरात पुलिस की एसओजी टीम अवैध तस्करी और वन्यजीव अपराधों पर कड़ी नजर रखे हुए है। मामले में आगे की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।