लाइव हिंदी खबर :- भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को भारतीय नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे म्यांमार में चल रहे फर्जी नौकरी घोटालों से दूर रहें। यह सलाह उस समय आई जब थाईलैंड के मे सॉट शहर से 270 भारतीयों को दो विशेष भारतीय वायुसेना विमानों के जरिए भारत वापस लाया गया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ये भारतीय नागरिक म्यांमार की सीमा से सटे क्षेत्रों में फर्जी आईटी कंपनियों में नौकरी के झांसे में फंस गए थे|

जहाँ उन्हें ज़बरन अवैध काम करवाया जा रहा था। कई लोगों को साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी जैसे अपराधों में जबरन शामिल किया गया था। मंत्रालय के अनुसार, भारतीय दूतावास ने थाई और म्यांमार प्रशासन के सहयोग से इन पीड़ितों की पहचान कर उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। अब तक 400 से अधिक भारतीयों को ऐसे जॉब स्कैम से बचाया जा चुका है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि हम भारतीय नागरिकों से दृढ़ता से आग्रह करते हैं कि किसी भी संदिग्ध विदेशी नौकरी के प्रस्ताव पर विचार करने से पहले उसकी पूरी तरह जांच करें। ऐसे कई रैकेट दक्षिण-पूर्व एशिया में सक्रिय हैं, जो युवाओं को ऊँची तनख्वाह और विदेशी नौकरी का लालच देकर जाल में फँसा लेते हैं।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह थाईलैंड और म्यांमार की सरकारों के साथ मिलकर इस तरह के अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी और साइबर अपराध नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। सरकार ने लोगों को सतर्क रहने और विदेश जाने से पहले MEA की MADAD पोर्टल या भारतीय दूतावास से संपर्क करने की सलाह दी है, ताकि वे किसी भी फर्जी रोजगार एजेंसी के झांसे में न आएँ।