लाइव हिंदी खबर :- राज्य की समर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत उदंती एरिया कमेटी के सभी सक्रिय नक्सली सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें सात कुख्यात नक्सली शामिल हैं, जिन पर इनाम घोषित था। यह सफलता छत्तीसगढ़ पुलिस की नक्सल विरोधी मुहिम में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

गरियाबंद पुलिस, कोबरा बल और सीआरपीएफ के संयुक्त निरंतर अभियानों से प्रभावित होकर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का रास्ता चुना। पुलिस के अनुसार राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाले हथियार क्षमा, स्वास्थ्य, आवास, रोजगार और अन्य सुविधाओं ने भी उन्हें हिंसा छोड़ने के लिए प्रेरित किया।

आत्मसमर्पण करने वालों में प्रमुख नाम सुनील, अरिना टेकाम, विद्या, लुडरो, नंदनी, मल्लेशा और कान्ती शामिल हैं। ये सभी लंबे समय से गरियाबंद और उदंती क्षेत्र में सक्रिय थे और कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस सरेंडर से न केवल सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी शांति स्थापना के प्रयासों को बल मिलेगा। अब ये सभी नक्सली पुनर्वास प्रक्रिया के तहत समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर नया जीवन शुरू करेंगे।

गरियाबंद पुलिस ने इसे राज्य सरकार की नीतियों और सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों का परिणाम बताया है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसे आत्मसमर्पण से यह स्पष्ट होता है कि नक्सली विचारधारा का प्रभाव घट रहा है और सरकार की शांति व विकास की पहलें लोगों तक प्रभावी रूप से पहुंच रही हैं।