लाइव हिंदी खबर :- भारतीय सेना के तेजू स्थित सैन्य अस्पताल में एक विशेष कैजुअल्टी मैनेजमेंट ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें ब्लैकआउट परिस्थितियों में अस्पताल की आपातकालीन तैयारी का परीक्षण किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य चुनौतीपूर्ण परिचालन परिस्थितियों में सैनिकों की जान बचाने की तत्परता और दक्षता की जांच करना था।

ड्रिल के दौरान घायल सैनिकों की त्वरित निकासी, फौरन जीवनरक्षक उपचार और उन्हें मुख्य अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। पूरा अभ्यास वास्तविक युद्ध जैसी परिस्थितियों में किया गया ताकि किसी भी आकस्मिक हमले या आपदा के दौरान अस्पताल कर्मी तुरंत प्रतिक्रिया देने में सक्षम हों।

इस अभ्यास में चिकित्सा दल, नर्सिंग स्टाफ, एम्बुलेंस यूनिट और फील्ड मेडिकल कर्मियों ने मिलकर हिस्सा लिया। ड्रिल के दौरान बिजली, संचार और दृश्यता सीमित कर दी गई थी ताकि कर्मियों की संकट प्रबंधन क्षमता और समन्वय का वास्तविक आकलन किया जा सके।

अधिकारियों के अनुसार इस तरह की ड्रिल न केवल अस्पताल के चिकित्सा दल की प्रतिक्रिया गति को परखती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि घायल सैनिकों को चोट लगने से लेकर निश्चित उपचार तक का समय न्यूनतम हो। तेजू सैन्य अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि ऐसी नियमित ड्रिल्स से चिकित्सा कर्मियों की दक्षता में वृद्धि होती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि वास्तविक संकट की स्थिति में भी जीवनरक्षक सेवाएं बिना देरी के उपलब्ध कराई जा सकें।