लाइव हिंदी खबर :- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के चेयरपर्सन समीर वी कामत ने कहा कि वर्ष 2026-2027 को नेटवर्क और डेटा सेंट्रिसिटी का वर्ष माना जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिशा में आधिकारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। कामत ने कहा कि देश की सेना अब पारंपरिक प्लेटफॉर्म बनाम प्लेटफॉर्म रणनीति से आगे बढ़ रही है और एक ऐसी अवधारणा की ओर बढ़ रही है।

जहां कम लागत वाली लेकिन प्रभावी क्षमताओं का उपयोग कर युद्ध क्षेत्र को आकार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेना के नेतृत्व ने इस चुनौती को स्वीकार किया है कि अब केवल बड़े प्लेटफॉर्म पर निर्भर रहने के बजाय, विभिन्न प्रकार की तकनीकों और साधनों को मिलाकर निर्णायक प्रभाव हासिल किया जाए।
डीआरडीओ प्रमुख ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में डेटा-आधारित निर्णय, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रियल-टाइम नेटवर्किंग जैसी तकनीकें रक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगी। उनके अनुसार यह बदलाव भारत की सैन्य रणनीति को आधुनिक और भविष्य की युद्ध आवश्यकताओं के अनुरूप बनाएगा।