लाइव हिंदी खबर :- दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही एजेंसियों को एक बड़ा सुराग हाथ लगा है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों का सीधा संपर्क तुर्किये की राजधानी अंकारा में बैठे एक विदेशी हैंडलर से था। जांच में खुलासा हुआ है कि वही हैंडलर आरोपियों की पूरी गतिविधि फंडिंग, कट्टरपंथ फैलाने और ब्लास्ट की प्लानिंग को दूर बैठकर संचालित कर रहा था।

एजेंसियों के अनुसार बातचीत और निर्देशों के लिए ‘सेशन’ नाम के ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा था। हैंडलर की पहचान फिलहाल कोडनेम उकासा से हुई है। यह अरबी शब्द है, जिसका मतलब मकड़ी होता है। माना जा रहा है कि यह असली नाम नहीं, बल्कि पहचान छिपाने के लिए रखा गया कोडनेम है।
इस बीच तुर्किये ने भारत की तरफ से आए इन आरोपों को झूठा और दुष्प्रचार बताया है। तुर्किये का कहना है कि ब्लास्ट से उनका कोई संबंध नहीं है। जांच एजेंसियां अब ‘उकासा’ की वास्तविक पहचान और तुर्किये में बैठे नेटवर्क की भूमिका की पुष्टि करने में जुटी हुई हैं।