लाइव हिंदी खबर :- शहर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ मुंबई पुलिस ने इस वर्ष 1 जनवरी से 17 नवंबर तक बड़ी कार्यवाही की है। पुलिस के अनुसार इस अवधि में कुल 401 आपराधिक मामले अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ दर्ज किए गए, जबकि 1001 व्यक्तियों को पहचान कर वापस भेज दिया गया।

मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्यवाही के तहत शहर के कई इलाकों में लगातार निगरानी बढ़ाई गई है। क्राइम ब्रांच ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के नेटवर्क, उनके ठिकानों और उनकी गतिविधियों से जुड़ी महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाने में अहम भूमिका निभाई है। इन इनपुट्स के आधार पर पुलिस ने रेंडम चेकिंग, सर्विलांस और विशेष ऑपरेशनों के जरिए कई लोगों को हिरासत में लिया और कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें डिपोर्ट किया गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई अवैध बांग्लादेशी नागरिक नकली पहचान पत्र बनाकर शहर में लंबे समय से रह रहे थे, जिनमें से कई निर्माण कार्य, घरेलू काम और छोटे व्यवसायों में लगे थे। कुछ मामलों में इनके खिलाफ चोरी, गैरकानूनी घुसपैठ और फर्जी दस्तावेज़ रखने जैसे आरोप भी सामने आए।
मुंबई पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई केवल कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए नहीं, बल्कि शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी जरूरी है। पुलिस के मुताबिक आगे भी इसी तरह की जांच और दस्तावेज़ सत्यापन अभियान जारी रहेगा, ताकि शहर में गैरकानूनी रूप से रहने वाले लोगों की पहचान की जा सके। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि कार्रवाई किसी समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि अवैध प्रवेश और फर्जी पहचान से जुड़े अपराधों को रोकना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।