लाइव हिंदी खबर :- रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 28-सूत्रीय शांति फ्रेमवर्क तैयार किया है। यह प्रस्ताव तब सामने आया जब अमेरिकी सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल यूक्रेन के दौरे पर थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस फ्रेमवर्क में यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी का जिक्र तो है, लेकिन इसके बदले यूक्रेन को कई बड़े समझौते करने होंगे।

रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ट्रम्प की योजना के तहत यूक्रेन को अपनी कुछ विवादित जमीन छोड़नी होगी। इसके अलावा यूक्रेन को अपनी सेना का आकार भी कम करना होगा। फ्रेमवर्क में यह भी शामिल है कि NATO यूक्रेन में सैनिक नहीं भेजेगा, जिससे रूस की सुरक्षा चिंताओं को शांत किया जा सके। यानी यह योजना यूक्रेन और रूस दोनों को कुछ रियायतें देने के लिए प्रेरित करती है।
अमेरिका ने अब तक इस योजना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस तरह की किसी शांति योजना की जानकारी होने से इनकार किया है। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्लोदिमीर जेलेंस्की ने प्रस्ताव पर शुरुआती सहमति जताने की बात कही है, लेकिन अंतिम निर्णय अभी नहीं हुआ है। उनके मुताबिक शांति के लिए किसी भी योजना पर विचार किया जाना चाहिए, बशर्ते यूक्रेन की सुरक्षा और संप्रभुता को खतरा न हो।
कई बड़े अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों अमेरिकी डिजिटल आउटलेट एक्सियोस और ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से इस प्रस्ताव के अस्तित्व की पुष्टि की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, योजना पर गुप्त रूप से काम चल रहा है और आने वाले दिनों में अमेरिका इसे औपचारिक रूप दे सकता है।
अगर यह प्रस्ताव आगे बढ़ता है, तो यह युद्ध शुरुआत के बाद पहली बार ऐसा मौका होगा जब कूटनीतिक समाधान पर गंभीरता से विचार होगा। हालांकि जमीन और सेना घटाने जैसे शर्तों को लेकर यूक्रेन के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद होना तय है।