लाइव हिंदी खबर :- आर्मेनिया ने भारत से तेजस फाइटर जेट खरीदने की बातचीत रोक दी है। इजराइली मीडिया ‘येरुशलम पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक यह फैसला दुबई एयरशो में भारतीय तेजस के क्रैश होने के 4 दिन बाद लिया गया। इस दुर्घटना में भारतीय पायलट विंग कमांडर नमांश सियाल की मौत हो गई थी। रिपोर्ट के अनुसार आर्मेनिया भारत से करीब 1.2 बिलियन डॉलर में 12 तेजस MK-1A फाइटर जेट खरीदने की तैयारी कर रहा था।

डील लगभग अंतिम चरण में पहुंच चुकी थी और तेजस की यह पहली विदेशी बिक्री हो सकती थी। हालांकि अब इस डील पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि आर्मेनिया सरकार या भारत सरकार की ओर से अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने भी इस रिपोर्ट की पुष्टि या खंडन नहीं किया है। भारतीय तेजस जेट के क्रैश की जांच अभी जारी है।
तेजस की 4 प्रमुख खूबियां, जो इसे बाकी फाइटर जेट्स से अलग बनाती हैं, तेजस भारतीय वायुसेना के आधुनिक बेड़े में शामिल प्रमुख फाइटर जेट्स में से एक है। इसमें कई ऐसी खूबियां हैं, जिनकी वजह से यह दुनिया के हल्के लड़ाकू विमानों में खास स्थान रखता है—
1. स्वदेशी कलपुर्जे:
तेजस के लगभग 50% से ज्यादा कंपोनेंट भारत में ही बने हैं, जो इसे एक मजबूत स्वदेशी परियोजना बनाते हैं।
2. एडवांस रडार सिस्टम:
जेट में इस्तेमाल इजराइल की EL/M-2052 AESA रडार तकनीक इसे एक साथ 10 लक्ष्यों को ट्रैक करने और हमला करने में सक्षम बनाती है।
3. शॉर्ट रनवे टेकऑफ क्षमता:
तेजस सिर्फ 460 मीटर के छोटे रनवे से टेकऑफ कर सकता है, जो ऑपरेशन को बेहद आसान बनाता है।
4. हल्का और तेज:
तेजस अपनी श्रेणी का सबसे हल्का फाइटर जेट है, जिसका वजन सिर्फ 6,500 किलो है। इससे इसकी गति, maneuverability और combat efficiency बढ़ जाती है।