लाइव हिंदी खबर :- पाकिस्तान ने ऐलान किया है कि वह गाज़ा में मानवीय मिशन के तहत अपने सैनिक भेजने को तैयार है। पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को कहा कि गाज़ा की स्थिति बेहद गंभीर है और वहां लोगों की मदद के लिए पाकिस्तान अपनी सेना भेज सकता है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि पाकिस्तानी सैनिकों का मकसद हमास से हथियार छीनना या उन्हें सरेंडर कराना नहीं होगा। उनका मिशन सिर्फ राहत और सुरक्षा सुनिश्चित करना होगा।

इशाक डार ने कहा कि हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि फिलिस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आगे आना चाहिए, लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी चेतावनी दी कि दूसरे देशों को गाज़ा में सैन्य दखल नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे हालात और खराब हो सकते हैं। पाकिस्तान का दावा है कि उसका कदम सिर्फ इंसानी जानें बचाने पर केंद्रित होगा, न कि क्षेत्रीय राजनीति या किसी पक्ष का समर्थन करने पर।
पाकिस्तानी सरकार का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब गाज़ा में इसराइल और हमास के बीच संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हैं। संयुक्त राष्ट्र सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठन लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि गाज़ा में मानवीय संकट अपने चरम पर है।
पाकिस्तान ने कहा कि वह मेडिकल टीम, इंजीनियरिंग कोर और सुरक्षा दल भेजने पर विचार कर रहा है, जो अस्पतालों, आश्रयों और बुनियादी ढांचे को समर्थन देंगे। हालांकि, पाकिस्तान के इस प्रस्ताव पर इसराइल या हमास की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान का यह कदम कूटनीतिक रूप से बड़ा संदेश हो सकता है। एक तरफ वह मुस्लिम देशों में अपनी भूमिका मजबूत करना चाहता है, वहीं दूसरी तरफ वह सीधे सैन्य संघर्ष में शामिल हुए बिना अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहता है। अब देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को कैसी प्रतिक्रिया मिलती है।