लाइव हिंदी खबर :- भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत श्रीलंका में अपनी मानवीय सहायता और बचाव अभियान तेज कर दिए हैं। चक्रवात दितवाह से श्रीलंका में बाढ़, भूस्खलन और भारी बारिश की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। भारतीय राहत दल श्रीलंका की एयर फोर्स, नेवी, आर्मी, पुलिस और स्थानीय रेस्क्यू टीमों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर सहायता पहुंचा रहे हैं।

भारतीय वायुसेना ने कोलंबो में Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं ताकि तेज़ी से ह्यूमनिटेरियन असिस्टेंस एंड डिज़ास्टर रिलीफ़ ऑपरेशन चलाए जा सकें। IAF के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को भारतीय नागरिकों की बड़े पैमाने पर निकासी के लिए तैयार रखा गया है। तिरुवनंतपुरम और हिंडन एयरबेस से कई उड़ानों की योजना बनाई गई है।
भारतीय वायुसेना द्वारा भिष्म क्यूब्स, मेडिकल सप्लाई और राहत सामग्री भी लगातार एयरलिफ्ट की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि IAF ज़रूरतमंद पड़ोसी देशों की सहायता के लिए हमेशा तैयार है। इसी बीच भारतीय नौसेना के हेलिकॉप्टरों ने पनाला क्षेत्र में बाढ़ में फंसे आठ लोगों को सफलतापूर्वक बचाया। देशभर में चार भारतीय हेलिकॉप्टर रेस्क्यू मिशन में शामिल हैं, जिनमें दो INS विक्रांत से ऑपरेट कर रहे हैं।
हेलिकॉप्टरों ने कई सॉर्टीज़ उड़ाकर उन इलाकों को कवर किया जहां पानी के तेज़ बढ़ाव के कारण घर पूरी तरह कट गए थे। बचाए गए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर स्थानीय प्रशासन के हवाले किया गया। उधर श्रीलंका में चक्रवात दितवाह से हालात और खराब हो गए हैं। मौतों की संख्या बढ़कर 153 हो गई है, जबकि 191 लोग अभी भी लापता हैं। डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार 25 जिलों में 774,724 लोग प्रभावित हुए हैं।
कई इलाकों में बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण हालात नियंत्रण से बाहर हैं। लगभग 100898 लोग 798 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। सबसे प्रभावित क्षेत्रों में संचार व्यवस्था ठप होने से रेस्क्यू प्रयासों में दिक्कतें बढ़ गई हैं। भारत की बढ़ती मदद श्रीलंका के लिए जीवनरेखा साबित हो रही है, क्योंकि देश अभी भी चक्रवात दितवाह की विनाशकारी मार से उबरने की कोशिश कर रहा है।